राजस्थान पर्यटन उद्योग को मजबूती, मिलेगी निवेश की नई उड़ान
संगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम किया लागू
96,967 करोड़ के एमओयू, 2 लाख से अधिक रोजगार के अवसर होंगे सृजित, आईफा अवॉर्ड्स जैसे अन्तरराष्ट्रीय समारोह से वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान मिलेगी जयपुर को
जयपुर। राज्य सरकार ने पर्यटन उद्योग को मजबूत करने के लिए निवेशकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम लागू किया है। पर्यटन सचिव रवि जैन के अनुसार उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी के नेतृत्व में राजस्थान पर्यटन को निवेश की नई उड़ान मिली है। जैन के अनुसार पर्यटन क्षेत्र राज्य की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देता है और सरकार का लक्ष्य है कि राजस्थान को भारत और दुनिया के शीर्ष पर्यटन स्थलों में स्थान मिले। इस समिट में पर्यटन विभाग ने 96,967.61 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों के लिए 1320 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इन निवेशों से 2,02,607 रोजगार के अवसर सृजित होने की संभावना है। विभाग को यह प्रस्ताव विभिन्न ईकाइयों जैसे होटल, रिसॉर्ट, मनोरंजन पार्क, साहसिक पर्यटन, फिल्म सिटी, ईको-टूरिज्म, ग्रामीण पर्यटन, हेरिटेज संरक्षण, वेलनेस रिसॉर्ट और संग्रहालय जैसे क्षेत्रों में निवेश के लिए मिले हैं। आईफा का सिल्वर जुबली कार्यक्रम जयपुर में होना न केवल प्रदेश में इंटरनेशनल फिल्म टूरिज्म को खासा प्रमोट करने में सहायक साबित होगा। जैन का मानना है कि मार्च-2025 में जयपुर में आयोजित होने वाले आईफा अवॉर्ड्स से राज्य की अंतरराष्ट्रीय पहचान और मजबूत होगी। पर्यटन विकास के लिए 5000 करोड़ का प्रावधान: पर्यटन स्थलों के संरक्षण और नई परियोजनाओं को गति देने के लिए राज्य सरकार ने 5000 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है। पर्यटन सचिव रवि जैन ने कहा कि राजस्थान न केवल एक पर्यटन स्थल है, बल्कि यह संस्कृति, परंपरा और आधुनिकता का अनूठा संगम है।
महिला पर्यटकों और एकल यात्रियों की सुरक्षा पर विशेष जोर
पर्यटन सचिव रवि जैन ने कहा कि पर्यटन विभाग ने महिला और एकल पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 15 फरवरी, 2024 से एक विशेष अभियान शुरू किया। इसके तहत पर्यटक सहायता बल ने लपकों और असामाजिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई की है।
सांस्कृतिक आयोजनों ने बढ़ाई पहचान
राज्य के सांस्कृतिक मेलों और त्योहारों ने भी राजस्थान की पहचान को वैश्विक स्तर पर मजबूत किया है। पुष्कर मेला, ऊंट उत्सव और मरू महोत्सव जैसे आयोजनों ने न केवल पर्यटकों को आकर्षित किया। बल्कि राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को भी उजागर किया। विभाग ने बीते एक साल में 38 मेले, त्योहार और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए हैं।
पर्यटन क्षेत्र में नवाचार और कौशल विकास
मुख्यमंत्री पर्यटन कौशल विकास कार्यक्रम के तहत अगले दो वर्षों में 20,000 युवाओं और लोक कलाकारों को गाइड, हॉस्पिटैलिटी और पारंपरिक कला से संबंधित प्रशिक्षण देकर रोजगार के लिए तैयार किया जाएगा। जवाहर कला केंद्र और अन्य संस्थानों के माध्यम से 261 लोक कलाकारों और 214 हस्तशिल्पियों को प्रशिक्षण दिया गया है।
मिले कई पुरस्कार
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक दलीप सिंह राठौड़ ने बताया कि राजस्थान को हाल ही में कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। इनमें बेस्ट वेडिंग डेस्टिनेशन, बेस्ट डोमेस्टिक स्टेट अवार्ड और फेवरेट रोड ट्रिप्स डेस्टिनेशन अवार्ड शामिल हैं। इसके अतिरिक्त राजस्थान पर्यटन को एक वर्ष के भीतर आईआईटीएम बेंगलुरू में पिलग्रिमेज डेस्टिनेशन ऑफ द ईयर, ट्रेवल एंड टूरिज्म फेयर पटना में मोस्ट प्रोमिसिंग वेडिंग डेस्टिनेशन, गुजरात ट्रेवल फेयर एक्सपो के दौरान बेस्ट हेरिटेज डेस्टिनेशन व सवाई मोधोपुर स्थित आरटीडीसी की यूनिट कैसल झूमर बावड़ी को बेस्ट वाइल्ड लाइफ होटल अवार्ड मिला।
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