वंदे गंगा : जल संरक्षण जन-अभियान का दूसरा दिन, जल सेवा से लेकर प्रभात फेरी की हो रही गतिविधियां
जल सेवा शिविरों का आयोजन
प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करें और जल संरक्षण की दिशा में योगदान दें।
जयपुर। जल संरक्षण को समर्पित 'वंदे गंगा' अभियान के दूसरे दिन प्रदेश के गांव-ढाणी से लेकर शहरों तक जन-जागरूकता और जल संरक्षण गतिविधियों का आयोजन हो रहा है। इस अवसर पर निर्जला एकादशी के महत्व को रेखांकित करते हुए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड जैसे सार्वजनिक स्थलों पर जल सेवा शिविरों का आयोजन किया गया। साथ ही जल परीक्षण अभियान चलाकर लोगों को जल गुणवत्ता और संरक्षण के प्रति जागरूक किया गया।
गांव-शहर में विशेष प्रयास
ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जल संरक्षण के लिए विशेष प्रयास किए गए। जल संरक्षण संरचनाओं की गाद निकालने की गतिविधियां संचालित की गईं। साथ ही पशु-पक्षियों के लिए साफ पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की गई। इन गतिविधियों में बड़ी संख्या में जनसमुदाय की भागीदारी देखी गई।
प्रभारी मंत्री और सचिव के दौरे
अभियान को सफल बनाने के उद्देश्य से प्रभारी मंत्री और प्रभारी सचिव जिलों का दौरा कर रहे हैं। वे जमीनी स्तर पर अभियान की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं और स्थानीय प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दे रहे हैं।
आने वाले कार्यक्रम
अभियान के तहत 7 जून को विभिन्न जिलों में संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, 8 जून को ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायत स्तर और शहरी क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर वंदे गंगा प्रभात फेरी और जागरूकता रैलियां आयोजित होंगी। इन आयोजनों के माध्यम से जल संरक्षण के प्रति जनसमुदाय को अधिक से अधिक संवेदनशील और सक्रिय बनाने का प्रयास किया जाएगा।
सार्वजनिक सहभागिता बढ़ाने की अपील
प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करें और जल संरक्षण की दिशा में योगदान दें।

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