मुठ्ठी भर उम्मीदवारों के लिए 22 लाख के हितों की नहीं दी जा सकती बलि : हाईकोर्ट

बोनस अंक देने से इनकार कर दिया 

मुठ्ठी भर उम्मीदवारों के लिए 22 लाख के हितों की नहीं दी जा सकती बलि : हाईकोर्ट

राजस्थान हाईकोर्ट ने नीट यूजी-2025 परीक्षा को पुन: आयोजित कराने के संबंध में दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया है।

जयपुर। राजस्थान हाईकोर्ट ने नीट यूजी-2025 परीक्षा को पुन: आयोजित कराने के संबंध में दायर याचिकाओं को खारिज कर दिया है। अदालत ने कहा कि मुठ्ठी भर उम्मीदवारों के शिकायत के निवारण के लिए देशभर में आयोजित की गई परीक्षा में शामिल 22 लाख अभ्यर्थियों के हितों की बलि नहीं ली जा सकती। साथ ही अदालत ने परीक्षा को पुन: आयोजित कराने और बोनस अंक देने से इनकार कर दिया है। जस्टिस समीर जैन की एकलपीठ ने यह आदेश रोशन यादव व अन्य की ओर से दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए दिए। याचिकाओं में कहा गया कि देशभर के 552 शहरों और 14 इंटरनेशनल केन्द्रों में नीट यूजी-2025 परीक्षा आयोजित की गई थी, जिसमें सीकर जिले में 98 परीक्षा केन्द्र बनाए गए और 31,787 अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। इस दौरान बिजली गुल होने सहित अन्य समस्याओं को लेकर 15 केन्द्रों की परीक्षा प्रभावित हुई और इसमें शामिल 5,390 अभ्यर्थी परीक्षा के दौरान प्रतिकूल प्रभावित हुए।

याचिका में कहा गया कि जिले के कई परीक्षा केंद्रों में पांच मिनट से लेकर 28 मिनट तक बिजली गुल रही। जिससे अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र हल करने में परेशानी हुई। याचिका में कहा गया कि स्थानीय जिला कलक्टर की जिम्मेदारी थी कि वे बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करते, ताकि याचिकाकर्ताओं को अनुकूल वातावरण में परीक्षा देने में सुविधा होती। इस विफलता के कारण याचिकाकर्ताओं का प्रदर्शन प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुआ और उन्हें अनावश्यक तनाव झेलना पड़ा। याचिका में यह भी कहा गया कि अंतिम उत्तर कुंजी के अनुसार याचिकाकर्ताओं के अंक 400 से 600 के बीच आए हैं और अधिकांश याचिकाकर्ता कट ऑफ के करीब थे। यदि परीक्षा में व्यवधान नहीं होता तो वे उच्च अंक प्राप्त कर चयनित होते। इसका विरोध करते हुए राज्य सरकार की ओर से अधिवक्ता एमएस राघव ने बताया कि कुल अभ्यर्थियों में से सिर्फ आधा फीसदी अभ्यर्थियों ने ही शिकायत दर्ज कराई है। इसके अलावा केवल मुठ्ठी भर उम्मीदवार हाईकोर्ट पहुंचे हैं और 99.5 फीसदी अभ्यर्थी परीक्षा संचालन से संतुष्ठ नजर आए हैं।

इसके अलावा तूफान और खराब मौसम के कारण बिजली गुल होना नियंत्रण से परे था। मामले में एक कमेटी भी गठित की गई थी। जिसने पाया कि प्रभावित परीक्षा केन्द्रों और सामान्य केंद्रों में परीक्षा के लिए आवंटित अवधि में कोई अंतर नहीं था और ना ही याचिकाकर्ताओं को कोई नुकसान हुआ। 

Post Comment

Comment List

Latest News

पंजाब-हरियाणा में नहीं जली पराली : फिर भी दिल्ली में प्रदूषण, आप ने कहा- भाजपा के सत्ता में रहने के बावजूद स्थिति और खराब  पंजाब-हरियाणा में नहीं जली पराली : फिर भी दिल्ली में प्रदूषण, आप ने कहा- भाजपा के सत्ता में रहने के बावजूद स्थिति और खराब 
राज्यों में पराली जलाने की कोई घटना सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण का स्तर ऊंचा बना हुआ...
मुरलीपुरा थाना पुलिस की कार्रवाई : व्यापारी से एक करोड़ की रंगदारी मांगने वाला बदमाश गिरफ्तार, वसूली का काम करता है आरोपी
कांग्रेस नेताओं के बयान पर भजनलाल शर्मा का पलटवार : पार्टी के झूठ और लूट ने उसे धरातल पर ला दिया, कहा- अपने कर्म पर ध्यान नहीं देते ये लोग 
प्रॉपर्टी कारोबारी की स्कॉर्पियो जलाने की साजिश : सीसीटीवी में कैद बदमाशों की करतूत, पेट्रोल डालकर गाड़ी में लगाई आग 
आप ने भाजपा की चुनावी धांधली को लेकर कांग्रेस की चुप्पी पर उठाए सवाल : सिर्फ अपनी पार्टी के लिए बोलते हैं राहुल गांधी, सौरभ भारद्वाज ने दी इन आरोपों पर बोलने की चुनौती
बेघरों के लिए ढाल बनी सरकार : आश्रय स्थलों का खड़ा किया मजबूत नेटवर्क, रैन बसेरों से 21 हजार से अधिक लोगों को मिल रहा सहारा
कांग्रेस ने संजय गांधी को दी श्रद्धांजलि, नेताओं और कार्यकर्ताओं ने चित्र पर अर्पित किए पुष्प