आमेर महल में हथिनियों की शाही चाल : सात साल में 2 लाख 43 हजार से अधिक रोटेशन लगा 4 लाख 86 हजार से अधिक पर्यटकों को कराई सवारी
हथिनियों की पीठ पर इतिहास की सैर,आमेर में शाही कदमों की कदमताल
इनमें से कई पर्यटक हाथी सवारी में रुचि दिखाते हुए हाथी स्टैंड से जलेब चौक तक हाथी सवारी का लुत्फ उठाते हुए आते हैं।
जयपुर। आमेर महल अपनी अनूठी स्थापत्य कला और ऐतिहासिक महत्व के चलते यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज मॉन्यूमेंट्स सूची में शामिल है। इसकी खूबसूरती निहारने के लिए हर साल लाखों की संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं। प्रदेश में सबसे अधिक पर्यटक यहीं आते हैं। पुरातत्व विभाग का संरक्षित ये एक ऐसा पर्यटन स्थल है, जहां पर्यटकों को हाथी सवारी कराई जाती है। इसके जरिए पर्यटक जहां एक ओर महल की सुंदरता निहारते हैं, वहीं दूसरी ओर हाथी सवारी का भी आनंद लेते हैं। आमेर महल प्रशासन से मिले आंकड़ों के अनुसार साल 2018-19 से लेकर 2024-25 तक हथिनियों ने करीब 2 लाख 43 हजार 45 रोटेशन लगाए। इन सात वर्षों में करीब 4 लाख 86 हजार से अधिक पर्यटक हाथी स्टैंड से जलेब चौक तक हाथियों की सवारी करते हुए महल तक पहुंचे।
हाथी सवारी पर्यटकों को आमेर की प्राचीनता और शाही अनुभव से जोड़ती है। आमेर महल में प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं। इनमें से कई पर्यटक हाथी सवारी में रुचि दिखाते हुए हाथी स्टैंड से जलेब चौक तक हाथी सवारी का लुत्फ उठाते हुए आते हैं।
डॉ. राकेश छोलक, अधीक्षक, आमेर महल

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