वर्ल्ड एलिफेंट डे : चार साल में 2.78 लाख पर्यटक पहुंचे हाथीगांव, 2.83 करोड़ रु. खर्च किए
एंट्री टिकट के बाद हाथी सवारी का अलग से शुल्क 1500 रुपए
हाथी मालिक बल्लू खान ने बताया कि मंगलवार को वर्ल्ड एलिफेंट डे के अवसर पर हाथियों को चांदी के गहनों से सजाया जाएगा।
जयपुर। पर्यटन नगरी के नाम से मशहूर जयपुर आकर पर्यटक ऐतिहासिक किले, महल और स्मारक की सुंदरता के कायल हो जाते हैं। देखा जाए तो इन्हें देखने के लिए हर साल लाखों की संख्या में देशी और विदेशी पर्यटक अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हैं। कई पर्यटक ऐसे भी हैं जो इन्हें देखने के साथ ही वाइल्ड लाइफ में भी रूचि दिखाते हैं। इसी के चलते कई पर्यटक हाथी गांव आकर हाथी सवारी में भी दिलचस्पी दिखाते हैं। वन विभाग की ओर से मिले आंकड़ों के अनुसार साल 2021-22 से 2024-25 इन चार सालों के दौरान 2 लाख 78 हजार 746 पर्यटकों ने हाथी गांव में प्रदेश के लिए 2 करोड़ 83 लाख 61 हजार 913 रुपए खर्च किए हैं।
भारतीय का 108 और विदेशी पर्यटक का 379 रुपए प्रवेश शुल्क
वन विभाग के अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार हाथी गांव में भारतीय पर्यटक का 108 और विदेशी पर्यटक का 379 प्रवेश शुल्क लगता है। इसके बाद जो पर्यटक हाथी सवारी के इच्छुक होते हैं। वे 1500 रुपए शुल्क अदा कर हाथी सवारी का लुत्फ उठाते हैं। इस राशि में दो पर्यटक सवारी कर सकते हैं।
यहां एकमात्र नर हाथी बाबू
हाथी गांव में 75 हथिनियां रहवास कर रही हैं। इसके अतिरिक्त एकमात्र नर हाथी भी रहता है। जिसे बाबू नाम दिया गया है।
तलाई में लगाए फव्वारे
वन विभाग की ओर से हाथीगांव स्थित एक पानी की तलाई में हाथियों के लिए फव्वारे लगाए गए हैं, ताकि हाथी इनके नीचे आकर नहा सकें।
सजे-धजे दिखेंगे हाथी
हाथी मालिक बल्लू खान ने बताया कि मंगलवार को वर्ल्ड एलिफेंट डे के अवसर पर हाथियों को चांदी के गहनों से सजाया जाएगा। इनके लिए फू्रट्स की स्टॉल्स भी लगाई जाएगी। साथ ही हथिनी जोनाली का बर्थ डे मनाया जाएगा। इस अवसर पर केक भी काटा जाएगा।

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