कोटा में नेटबॉल के 8 क्लब, तीन सौ खिलाड़ी
युवा नेटबॉल में बना रहे भविष्य
कोटा के युवा खिलाड़ी अब अन्य खेलों के साथ-साथ नेटबॉल में भी अपना हुनर देश-दुनियां को दिखा रहे हैं। पिछले 5 वर्षों में कोटा के अनेक युवा खिलाड़ियों ने नेटबॉल में अच्छा प्रदर्शन करते हुए राष्टÑीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।
कोटा। पहले समय में कहा जाता था कि पढ़ाई करने से बच्चे का भविष्य सुधरता है। लेकिन खेल कूदने से बच्चा कहीं का नहीं रहता। इसी कारण माता-पिता अपने बच्चों को खेल से दूर रखते थे। अब जमाना बदल चुका है। अब खेल कूद के जरिए भी बच्चों का भविष्य बन सकता है। वे इस क्षेत्र में भी नाम कमा सकते हैं। अब पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब...खेलोगे कूदोगे बनोगे लाजवाब का समय आ गया है। इसी वजह से आज के युवा खेलों की और बढ़ रहे हैं,और खेलों के जरिए लाजवाब बन रहे हैं। कोटा जिला नेटबॉल के अध्यक्ष किशोर मदानी का कहना है की कोटा के युवा खिलाड़ी अब अन्य खेलों के साथ-साथ नेटबॉल में भी अपना हुनर देश-दुनियां को दिखा रहे हैं। पिछले 5 वर्षों में कोटा के अनेक युवा खिलाड़ियों ने नेटबॉल में अच्छा प्रदर्शन करते हुए राष्टÑीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। युवाओं का कारवां धीरे-धीरे नेटबॉल की और बढ़ रहा है।
नेशनल व स्टेट खेलने वाले खिलाड़ी
कोटा नेटबॉल के नेशनल खिलाड़ी संस्कार सोनी ने नेटबॉल में नेशनल स्तर पर गोल्ड मेडल हासिल कर पहचान बनाई है। इसके साथ ही आशीष सिंह, प्रतीक अलरेजा, विजेन्द्र सिंह, तन्मय गर्ग, मनन भार्गव, यश कालरा, मानवेन्द्र सिंह, दिव्यांश गुप्ता, फिरोज खान सहित अनेक सहित कई खिलाड़ी है जो स्टेट लेवल पर खेल रहे हैं।
8 क्लब कोटा में
कोटा में नेटबॉल के 8 क्लब है। जिनमें करीब तीन सौ से ज्यादा खिलाड़ी है। कोरोना की दूसरी लहर थमने के बाद इन खिलाड़ियों में मैदानों में जाकर अभ्यास करना शुरू कर दिया है। खिलाड़ी लगातार पसीना बहा रहे हैं। जेके पवेलिन में अभ्यास कर रहे खिलाड़ियों का कहना है की अभ्यास करने मैदान में नहीं जाएगें तो फिटनेस पर असर पड़ेगा। पिछले दो वर्षों से भले ही कोई प्रतियोंगिता नहीं हुई हो लेकिन उन्होंने अभ्यास करना नहीं छोड़ा।
पढ़ाई के साथ खेल जरुरी
युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों की ओर भी ध्यान देना चाहिए। खेलने कूदने से शारीरिक और मानसिक विकास होता है। आजकल युवाओं पर पढ़ाई का बोझ ज्यादा है, जिसकी वजह से वह तनाव में रहते हैं। आज के समय में खेलों को पढ़ाई के बराबर महत्व दिया जाता है। कोटा में लगातार नेटबॉल को बढ़ावा मिला है। जिसकी बदौलत अनेक खिलाड़ियों ने नेशनल लेवल पर पहचान बनाई है।
-संस्कार सोनी, नेशनल प्लेयर
कोटा में नेटबॉल को लगातार खेलों को बढ़ावा मिल रहा है। इसके लिए जिला नेटबॉल संघ लगातार कार्य कर रहा है। कोरोना वायरस के चलते पिछले दो वर्षों से कोई प्रतियोगिता नहीं हुई। अभी कॉलेज स्तर की टीम स्टेट लेवल प्रतियोगिता के लिए अभ्यास कर रही है। कोटा में जल्द जिला स्तरीय नेटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन होगा।
-आबिद खान, कोच

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