गांव से बदतर हुई शहर की सड़कें
सड़क कम और गड्ढ़े अधिक
ई रिक्शा व दो पहिया वाहनों पर मंडरा रहा हादसों का खतरा
कोटा । प्रदेश में इस बार हुई भारी बारिश से जहां फसलों व स्कूलों व जर्जर भवनों को तो नुकसान हुआ ही है,वहीं सड़कों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। शहर की सड़कें गांव से भी बदतर हो गई है। छावनी में तो सड़क कम रह गई और गड्ढ़े अधिक हो गए हैं। जिससे यहां से गुजरने वाले ई रिक् खा और दो पहिया वाहन चालकों क पर हादसों का खतरा हमेशा मंडरा रहा है। इस बार जून से ही बरसात का दौर शुरु हो गया था जो अभी भी जारी है। अगले करीब एक सप्ताह तक तो भारी से अति भारी बारिश होने का अनुमान है। बरसात में सबसे अधिक डामर की सड़कों को नुकसान हुआ है। शहर में जहां-जहां भी डामर की सड़कें हैं वे इन दिनों चलने लायक ही नहीं बची है। शहर में किसी भी मुख्य मार्ग पर हो या गली मौहल्ले की सड़कें। उन से गुजरना मतलब जान जोखिम में डालने से कम नहीं है। स्टेशन से महावीर नगर व रंगबाड़ी से दादाबाड़ी तक। नयापुरा से रामपुरा हो या गुमानपुरा से छावनी की सड़क। सभी जगह एक जैसी स्थिति है। डीसीएम मेन रोड से लेकर सीएडी रोड तक पर इतने बड़े-बड़े और खतरनाक गड्ढ़े हो रहे हैं कि इन रास्तों से गुजरने वाले वाहन चालकों को पता ही नहीं चल रहा है कि वे सड़क पर चल रहे है। ऐसा लग रहा है मानो गड्ढ़ों के बीच सड़क को तलाशते हुए आगे बढ़ रहे हैं। एक गड्ढ़े से बचने का प्रयास करते हैं उतने में दूसरा गड्डा आ जाता है। उससे बचते हैं तो पूरी गाड़ी ही गड्ढ़े में कूद पड़ती है। ऐसे में पीछे से आने वाले वाहनों से टकराने व हादसों का तो खतरा बना हुआ है। वहीं गड्ढ़ों के कारण हल्के व दो पहिया वाहनों का तो दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा हमेशा मंडरा रहा है।
सबसे अधिक ई रिक् शा सवारियों को खतरा
शहर में इन दिनों सवारी वाहन के रूप में सबसे अधिक इ रिक्शा व आॅटो चल रहे है। छावनी चौराहे से रामचंद्रपुरा तक अधिकतर लोग ई रिक् शा से ही आवागमन कर रहे है। ये हल्के होने से इनके गड्ढ़ों के कारण हादसों का शिकार होने का खतरा हमेशा बना हुआ है। चौराहे से मुख्य बाजार से होते हुए पुलिस चौकी से लेकर आगे तक पूरी सड़क इतनी जर्जर हो रही है कि उसमें सड़क तलाशने पड़ रही है।
लाखों लोगों का आवागमन
छावनी में नगर निगम कोटा दक्षिण के 5 वार्ड है। इन वार्डों में तो करेब एक लाख से अधिक की आबादी रहती है। इनके अलावा सूर सागर, थेगड़ा, कंसुआ, डीसीएम व जयश्री विहार और रायपुरा तक के लोग छावनी बाजार व सब्जीमंडी में खरीदारी करने आ रहे है। ऐसे में लाखों लोगों के लिए गड्ढ़े परेशानी के साथ ही हादसों का भी कारण बने हुए हैं।
जिम्मेदार बेखबर
छावनी निवासी महेश जोशी का कहना है कि चौराहे से रामचंद्रपुरा तक का मुख्य मार्ग इतना अधिक जर्जर हो रहा है कि उससे गुजरना जान जोखिम में डालना है। परिवार के लोग ई रिक्शा से आते-जाते हैं कई बार गड्ढ़ों के कारण रिक् शा पटलते हुए बचा। सड़क की हालत सही करने के बारे में जिम्मेदार विभागों के अधिकारी बेखबर हैं। जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। छावनी फ्लाई ओवर से लेकर स्लीप लेन तक पर इतने अधिक गड्ढ़े हैं कि यह वाहन चालकों के लिए मुसीबत बने हुए हैं।
विरोध प्रदर्शन तक कर चुके
छावनी के कांग्रेस पार्षद मोहम्मद इसरार का कहना है कि छावनी मेन रोड की सड़क का काम नगर निगम कोटा दक्षिण को करना है। इस संबंध में अधिकारियों को कई बार अवगत कराया जा चुका है। कांग्रेस पार्षद तो छावनी में विरोध प्रदर्शन तक कर चुके हैं लेकिन अभी तक भी सड़कों को सही नहीं किया जा रहा है। जिससे लाखों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अधिकारियों को चाहिए कि बड़े गड्ढ़ों को तो सही करवा दिया जाए।
छावनी समेत नगर निगम कोटा दक्षिण क्षेत्र के वार्डों में बरसात से खराब हुई सड़कों की मरम्मत के लिए टेंडर जारी हो चुका है। लेकिन अभी भी बरसात जारी होने से डामर का पेचवर्क नहीं किया जा सकता। बरसात थमने के बाद ही काम होगा। बरसात रूकते ही सबसे पहले छावनी की सड़कों को सुधारा जाएगा।
-ए.क्यू कुरैशी, अधिशाषी अभियंता नगर निगम कोटा दक्षिण

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