मैथी का पाला मिला भूसा किया जा रहा गौशाला में सप्लाई
कर्मचारियों द्वारा विरोध करने पर संवेदक ने डरा-धमकाकर खाली कराया भूसा
गौशाला में सप्लाई होने वाले भूसे के मिलावटी होने व कम तोलने संबंधी गड़बड़ी पहले भी हो चुकीे है।
कोटा। नगर निगम की बंधा धर्मपुरा स्थित गौशाला में एक बार फिर से मिलावटी भूसा सप्लाई करने का मामला सामने आया है। जिसमें संवेदक द्वारा मैथी का पाला मिला भूसा सप्लाई किया गया। कर्मचारियों द्वारा विरोध करने पर उन्हें डरा-धमकाकर भूसा गोदाम में खाली करवाया गया। शिकायत पर गौशाला समिति अध्यक्ष ने रविवार को भूसे का सैम्पल लिया है। नगर निगम कोटा दक्षिण की गौशाला समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने बताया कि गौशाला में भूसा सप्लाई का ठेका कोटा की एक फर्म को दिया हुआ है। फर्म के संवेदक द्वारा यह काम अन्य साथियों के माध्यम से किया जा रहा है। संवेदक द्वारा गौशाला में 14 से 16 जून तक तीन ट्रॉली करीब 150 से 175 क्विंटल भूसा सप्लाई किया गया। वह भूसा मिलावटी होना पाया गया।
सिंह ने बताया कि उन्होंने गौशाला में आने वाले भूसे की जांच के लिए एक कमेटी बनाई हुई है। वह संवेदक द्वारा भूसा सप्लाई करने के दौरान उसकी जांच के बाद ही गोदाम में खाली करवाती है। भूसे में मैथी का पाला मिला होने की जानकारी पर कमेटी के सदस्यों और गौशाला कर्मचारियों ने जब संवेदक के साथियों का विरोध किया। उन्हें भूसे की ट्रॉली खाली करने से मना किया तो उन्होंने कर्मचारियों को डराया और धमकाया। जबरन भूसा गोदाम में खाली करवा दिया। सिंह ने बताया कि इसकी जानकारी जब शनिवार को उन्हें दी गई तो उन्होंने गौशाला प्रभारी दिनेश शर्मा को इससे अवगत कराया। उसके बाद शनिवार को आई भूसे की ट्रॉली को वापस लौटा दिया।
समिति सदस्य पहुंंचे सैम्पल लेने
समिति के अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह ने बताया कि गौशाला में भूसे में गड़बड़ी की शिकायत की जानकारी मिलने पर उन्होंने कार्यवाहक आयुक्त राजेश डागा को इस बारे में बताया। उसके बाद वे समिति सदस्य कुलदीप गौतम व एश्वर्य श्रृंगी के साथ गौशाला पहुंचे। यहां उन्होंने गोदाम में डाले गए अलग-अलग ढेरों से भूसे के सैम्पल लिए। सिंह ने बताया कि उस भूसे में मैथी के भूसे की सुगंध आ रही थी। उन सैम्पलों को लेकर सोमवार को कार्यवाहक आयुक्त से मिलेंगे। सैम्पल की जांच प्रयोगशाला में करवाई जाएगी।
दो हजार क्विंटल स्टॉक
गौशाला समिति अध्यक्ष ने बताया कि निविदा शर्त के अनुसार गौशाला के गोदाम में हर समय 2 हजार क्विंटल भूसे का स्टॉक रखना आवश्यक है। साथ ही रोजाना 70 क्विंटल भूसा सप्लाई किया जाएगा। लेकिन हालत यह है कि पहले तो भूसे का इतना स्टॉक रखा ही नहीं जा रहा था। वर्तमान में एक साथ कई गुना भूसा सप्लाई कर उसका भुगतान भी कर दिया गया।
पहले भी मिल चुकी है गड़बड़ी
गौशाला में सप्लाई होने वाले भूसे के मिलावटी होने व कम तोलने संबंधी गड़बड़ी पहले भी हो चुकीे है। इसकी जानकारी मिलने पर नर निगम कोखा दक्षिण के महापौर राजीव अग्रवाल ने स्वयं गौशाला पहुंचकर गड़बडी को पकड़ा था। उसके बाद संवेदक के खिलाफ पेनल्टी लगाने समेत कई आदेश दिए थे। लेकिन उसके अगले ही दिन गौशाला के गोदाम में रखे भूसे में अचानक आग लग गई थी। उसके बाद वह मामला वहीं दबकर रह गया। इधर गौशाला में भूसा सप्लाई को लेकर आए दिन विवाद की स्थिति बनती रही है। कभी गोदाम में भूसा ही नहीं रहता है तो कभी भूसे में मैथी का भूसा मिला रहता है। इस संबंध में पूर्व में भाजपा के पार्षदों ने भी निगम अधिकािरयों को कई बार शिकायत की। लेकिन हालत यह है कि नगर निगम कोटा दक्षिण के तत्कालीन आयुक्त ने उस समय एक आदेश जारी कर दिया। जिसमें लिखा कि बिना अधिकारी की अनुमति के कोई भी व्यक्ति गौशाला में नहीं जाएगा।
इनका कहना है
गौशाला समिति अध्यक्ष का फोन आया था। उन्होंने भूसे में गड़बड़ी होने की जानकारी दी है। सोमवार को इसकी जानकारी की जाएगी।
- राजेश डागा, कार्यवाहक आयुक्त, नगर निगम कोटा दक्षिण
कार्रवाई के साथ लगाएंगे पेनल्टी
गौशाला समिति अध्यक्ष ने फोन पर जानकारी दी है। सोमवार को इसकी जानकारी की जाएगी। यदि गड़बड़ी पाई गई तो संवेदक के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ ही उस पर पेनल्टी भी लगाई जाएगी। पूर्व में पकड़ी गई गड़बड़ी में सिर्फ संवेदक बदल दिया गया था। गड़बड़ी करने वाले संवेदक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। यदि उस समय कार्रवाई हो जाती तो दोबारा कोई ऐसी हिम्मत नहीं करता।
- राजीव अग्रवाल, महापौर, नगर निगम कोटा दक्षिण
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