नीट परीक्षा पास कराने के नाम पर धोखाधड़ी : कोचिंग छात्र से साथी छात्रों ने ठगी 8.50 लाख की राशि
मुकदमा दर्ज होने के चार दिन बाद भी पुलिस अभी तक नहीें कर सकी आरोपियों को गिरफ्तार
उसके साथी छात्रों ने उससे नीट के परीक्षा 665 अंक से पास कराने की एवज में 13 लाख रुपए की डिमांड की और उसने उन्हें अलग-अलग समय में करीब 8.50 लाख रुपए दे दिए।
कोटा। जवाहर नगर पुलिस ने नीट की कोचिंग करने आए बिहार के छात्र से नीट यूजी परीक्षा पास करवाने की एवज में 8.50 लाख रुपए ठगने के मामले में साथी छात्रों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है। इस सम्बंध में 31 जुलाई को मुकदमा दर्ज होने के चार दिन बाद भी पुलिस अभी तक आरोपियों को नहीं गिरफ्तार कर सकी है। बताया जा रहा है कि ठगी करने वाले छात्र भी बिहार के ही उसके सहपाठी हैंं। पुलिस निरीक्षक रामलक्ष्मण गुर्जर ने बताया कि वर्ष 2024 में नीट की तैयारी करने आए बिहार के तीन छात्र आपस में दोस्त हैं। पीड़ित ने बताया कि कि उसके पिता ने बहन की शादी के लिए उसके बैंक अकाउंट में राशि जमा की थी। उसके साथी छात्रों ने उससे नीट के परीक्षा 665 अंक से पास कराने की एवज में 13 लाख रुपए की डिमांड की और उसने उन्हें अलग-अलग समय में करीब 8.50 लाख रुपए दे दिए।
इसके बाद वह बिहार चला गया और परीक्षा का रिजल्ट आने पर उसके अंक नहीं आए तो उसे ठगी का एहसास हुआ। एएसआई जवाहरलाल ने बताया कि मामले में 17 वर्षीय छात्र निवासी मुजफ्फर नगर ने रिपोर्ट दी है। इस पर मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी छात्रों के मोबाइल बंद आ रहे हैं। पीड़ित छात्र ने जो दस्तावेज पेश किए हैं उनमें कभी एक हजार तो कभी दो हजार का रिकॉर्ड आ रहा है। एक साथ कही पर भी एक या दो लाख नहीं दिए गए हैं।
ऐसे किया रुपयों का भुगतान
पीड़ित ने बताया कि उसकी दो लड़कों से दोस्ती हुई थी, पढ़ाई के दौरान कुछ परेशान रहने लगा तो दोनों ने नीट में अच्छे से अच्छे नंबर दिलाने का झांसा दिया और 13 लाख रुपए की मांग की। इनमें से 2 लाख यूपीआई के जरिए आरोपी के रिश्तेदार को दिए हैं, जबकि 4.50 लाख रुपए दोनों आरोपी को नकद भुगतान किए हैं, इसके अलावा भी छात्र ने आरोपी को 2 लाख की विभिन्न प्रकार की खरीदारी करवाई है, यह एटीएम और ऑनलाइन से की गई है, छात्र का कहना है कि मामले में 15 मार्च के आसपास से दोनों आरोपी उससे पैसा ले रहे हैं, इसके बाद 4 मई को हुई नीट परीक्षा के दो से तीन दिन बाद भी लेते रहे।
ओएमआर शीट खाली छोड़ने के लिए कहा
छात्र ने बताया था कि उसका सेंटर उदयपुर आया था, आरोपियों ने नीट परीक्षा के दौरान ओएमआर शीट पर कुछ भी नहीं लिखने के लिए उससे कहा था, आरोपियों ने झांसा दिया कि एमसीसी की ओर से आंसर शीट बदल दिए जाएंगे और 685 नंबर आ जाएंगे, नीट परीक्षा के बाद आरोपी उसके फ्लैट पर जबरदस्ती रहने लगे। इस दौरान 2 लाख रुपए यूपीआई के माध्यम से अरोपी छात्र के रिश्तेदार के बताए तीन अकाउंट में दिए थे, इस तरह से आरोपियों ने 8.50 लाख रुपए ले लिए है।
कोचिंग छात्र के साथ ठगी के मामले में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोपी छात्र भी उसके साथी है। नीट के एग्जाम क्लीयर कराने के नाम पर ठगी की गई। मामले का निस्तारण तत्काल किया जाएगा।
तेजस्वनी गौतम
एसपी सीटी

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