सोने से कम नहीं, गुम जाए तो गम नहीं
आर्टिफिशियल ज्वैलरी - सोना महंगा हुआ तो सोलह श्रंगार का बदला ट्रेंड
शादियों के सीजन में आर्टिफिशियल ज्वैलरी की बढ़ी डिमांड।
कोटा। विवाह के सीजन में सोने की बढ़ती कीमतों ने महिलाओं की चिंता बढ़ा दी है। दस ग्राम वाली ज्वैलरी ही अब सवा लाख रुपए में बन रही है। ऐसे में अब अधिकांश महिलाओं ने सोने के बजाय आर्टिफिशियल ज्वैलरी को अपना लिया है। वे ड्रेस के मैचिंग वाले पसंदीदा जेवर पहन रही हैं। इसके चलते आर्टिफिशियल ज्वैलरी की दुकानों पर ग्राहकी बढ़ गई है। आसमान छू रहे सोने के दाम आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गए हैं। कोटा में सोने के दाम 98000 रुपए प्रति दस ग्राम होने से अब खरीदार इससे दूरी बनाने लगे हैं। इसी के चलते ग्राहक तेजी से आर्टिफिशियल की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। यह ज्वैलरी डेढ़ सौ से लेकर चार हजार रुपए तक में उपलब्ध है। सोने जैसी डिजाइन और चमक भी इस ज्वैलरी में देखने का मिल रही है।
अब किराए के बजाय खरीदने पर फोकस
आर्टिफिशियल ज्वैलरी के विक्रेता प्रवीण भाटिया का कहना है कि पहले दुल्हन सजाने तक इस आर्टिफिशियल ज्वैलरी का रिवाज था, लेकिन अब आम महिलाएं भी इसका इस्तेमाल करने लगी है। अलग-अलग ड्रेस के लिए अलग ज्वैलरी जैसे कानों के झूमके, बालियां, टॉप्स, गले की चेन, हार, बाजूबंद, कमरबंदी जैसे आइटम आने लगे है। महिलाएं अब आर्टिफिशियल ज्वैलरी को किराए पर लेने के बजाय खरीदने लगी हैं। सोने के बढ़ते दामों ने आर्टिफिशियल ज्वैलरी के प्रति ज्यादा क्रेज बढ़ा दिया है। इस बार गोल्ड की लुक देने वाली एंटीक बैंगल्स का महिलाओं में काफी क्रेज है। वहीं अमेरिकन डायमंड की ज्वैलरी भी महिलाओं को खूब लुभा रही है। वेस्टर्न स्टाइल के नेकलेस पसंद कर रही हैं। वहीं कमरबंद हेयर असेसरी भी मैचिंग ले रही हैं
आर्टिफिशियल ज्वैलरी की डिमांड के कारण
- सोने की बढ़ती कीमतें: सोने की कीमतें बढ़ने से लोग आर्टिफिशियल ज्वैलरी की ओर आकर्षित हो रहे हैं।
- फैशन और ट्रेंड: आर्टिफिशियल ज्वैलरी में नए और आकर्षक डिजाइन आते रहते हैं, जो लोगों को आकर्षित करते हैं।
-अच्छा विकल्प: आर्टिफिशियल ज्वैलरी एक अच्छा विकल्प है जो लोगों को सस्ती और आकर्षक ज्वैलरी प्रदान करती है।
आर्टिफिशियल ज्वैलरी के फायदे
- सस्ती: आर्टिफिशियल ज्वैलरी सोने की ज्वैलरी की तुलना में बहुत सस्ती होती है।
- आकर्षक डिजाइन: आर्टिफिशियल ज्वैलरी में आकर्षक डिजाइन और विविधता होती है।
- कम वजन: आर्टिफिशियल ज्वैलरी का वजन कम होता है, जिससे इसे पहनना आसान होता है।
सोने की खरीदारी शादी परिवार तक सिमटी
सर्राफा व्यवसायी पवन जैन ने बताया कि अब हालात ये हैं कि ग्राहक दुकान पर आते हैं और जब सोने के भाव पूछते हैं तो निराश होकर उठ जाते हैं। आगे की चर्चा करने की हिम्मत नहीं दिखाते। अब सोने की खरीदारी केवल विवाह वाले परिवार तक सीमित रह गई है, वह भी बहुत जरूरी गहनों की। सोने चांदी का काम करने वाले मोहन का कहना है कि पहले जहां लोग 40 ग्राम तक के गहनों की बुकिंग करते थे अब वे महज 15 से 20 ग्राम वजन में उतने ही गहने बुक कर रहे हैं। इससे यह व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुआ है। सोने के दाम में काफी तेजी आने के कारण पिछले कुछ समय से सर्राफ कारोबार प्रभावित हो रहा है।
सोना लगातार महंगा होता जा रहा है। जिससे अब नई डिजायन की ज्वैलरी बनवाना मुश्किल हैं। इन दिनों शादियों का सीजन चल रहा है। इनमें महंगी ज्वैलरी चोरी का खतरा बना रहता है। ऐसे में वह तो आर्टिफिशियल ज्वैलरी को ज्यादा तवज्जो दे रही हैं।
- खुशी कपूर, गृहिणी
बदलते परिवेश में आर्टिफिशियल ज्वैलरी ज्यादा सुरक्षित है। आर्टिफिशियल ज्वैलरी गुम भी हो जाए तो अफसोस नहीं होता। वहीं इन दिनों नई डिजाइन की आर्टिफिशियल ज्वैलरी भी आ रही है, जो कम कीमत में ही मिल जाती है। इससे चलन बढ़ता जा रहा है।
- मनीषा, गृहिणी
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