समस्या : एक पशु धन निरीक्षक के भरोसे सफर कर रहा नगर का पशु चिकित्सालय
वर्षों से रिक्त पड़े हैं चिकित्सकों व फार्मासिस्ट के पद, पशु पालक बिना इलाज लौटने को विवश
पशुपालकों को कई बार चिकित्सक के नहीं होने पर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
सुकेत। सुकेत का पशु चिकित्सालय मात्र एक पशु धन निरीक्षक के भरोसे चल रहा है। जिससे कई बार किसानों को बिना पशुओं का इलाज कराए लौटना पड़ता है। जानकारी के अनुसार नगर के आसपास लगभग 25 गांवों के किसान अपने पशुओं का इलाज कराने सुकेत पशु चिकित्सालय में आते हैं। जबकि पशु चिकित्सक का पद काफी सालों से रिक्त है। पशुधन परिचर का पद भी रिक्त है। पशुधन निरीक्षक भी डेपुटेशन पर सुकेत पशु चिकित्सालय में सेवा दे रहे हैं। जबकि इनकी ड्यूटी निकट के गांव पीपाखेड़ी में लगी हुई है। पशुपालकों ने बताया कि नगर पालिका सुकेत का राजकीय पशु चिकित्सालय केवल एक पशुधन निरीक्षक के भरोसे है। इसमें कई वर्षों से पशु चिकित्सक एवं पशुधन परिचर के पद खाली चल रहे हैं। ऐसे में यहां आने वाले पशुपालकों को कई बार चिकित्सक के नहीं होने पर दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
एक-एक चिकित्सक को तीन-तीन केंद्रों का प्रभार
पशुपालकों ने बताया कि उपखंड के लगभग दर्जनों पशु अस्पताल चिकित्सकों की कमी से जूझ रहे हैं। पशुपालन विभाग की लापरवाही से उपखंड के कई पशु चिकित्सालय सुविधा व संसाधनों के अभाव में बदहाली की दहलीज पर पहुंच चुके हैं। उपखंड के दर्जन पशु चिकित्सालयों में से कुछ के पास भवन नहीं है, तो कई में चिकित्सकों का अभाव है। कई चिकित्सालयों में तो चिकित्सक के अलावा कर्मियों का भी अभाव बना हुआ है। जिससे एक-एक चिकित्सक को तीन-तीन केंद्रों का प्रभार सौंपा गया है।
बाजार से लाने पड़ते हैं इंजेक्शन
पालिका क्षेत्र में स्थित पशु चिकित्सालय में प्रतिदिन औसतन 100 पशु इलाज के लिए लाए जाते हैं। अस्पताल में बीमार पशुओं के उपचार अलावा गोशाला में भी प्रतिदिन गायों का चिकित्सकीय परीक्षण होता है। फार्मासिस्ट नहीं होने के कारण पशुपालकों को दिक्कत होती है। जब चिकित्सक क्षेत्र में होते हैं तो उन्हें उनके वापस आने का इंतजार करना पड़ता है। यदि फार्मासिस्ट की तैनाती चिकित्सालय पर हो तो उन्हें काफी सहूलियत होगी। वहीं कई बार यहां पशुओं को लगाने के लिए इंजेक्शन भी नहीं मिल पाते हैं। यह बाजार से ही खरीदने पड़ते हैं।
पशु चिकित्सक नहीं होने से महंगी एंटीबायोटिक दवाइयों की काफी कमी है, जो पशु चिकित्सक के अधिकार में आती है। पशु धन निरीक्षक की प्राथमिकता में प्राथमिक उपचार की दवाइयां ही भेजी जाती हैं। मैं नगर के पशु चिकित्सालय में डेपुटेशन पर कार्यरत हूं। पालिका क्षेत्र के समीप गांव पीपाखेड़ी में पोस्टेड हूं।
-विशाल मीणा, पशु धन निरीक्षक, सुकेत
पालिका क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को पशु चिकित्सालय के लिए चिकित्सक की गुहार मंत्री से करनी चाहिए। जिससे पालिका क्षेत्र का वर्चस्व बढ़े।
-हेमेंद्र सांखला, ईओ, नगर पालिका, सुकेत
डॉक्टर की नियुक्ति हो जाए तो मेडिसिन में समस्या नहीं आएगी। पदाधिकारियों को वैकल्पिक या स्थाई व्यवस्था करनी चाहिए।
-अनिल मीणा, ब्लॉक पशु चिकित्सा अधिकारी, रामगंजमंडी

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