15 से ज्यादा फर्टिलाइजर फैक्ट्रियों पर छापेमारी, 115 सैंपल फेल
खाद निर्माता इकाइयों का आकस्मिक निरीक्षण
मंत्री मीणा ने इस पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा है कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद-बीज उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उदयपुर। कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के निर्देश पर प्रदेशभर में मिलावटी खाद और बीज के खिलाफ चल रहे विशेष अभियान में उदयपुर में लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को आकस्मिक निरीक्षण किया गया। जिला स्तरीय टीमों ने खेमली औद्योगिक क्षेत्र की प्रमुख खाद फैक्ट्रियों में जांच कर सैंपल लिए। दूसरे दिन कोरोमंडल फर्टिलाइजर, प्रेक्षा फर्टिलाइजर, अरावली फॉस्फेट और पटेल फॉसकेम पर कार्रवाई की गई। इन सभी इकाइयों से खाद के सैंपल लिए गए, जो जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे गए हैं। कार्रवाई के चलते क्षेत्र के खाद और बीज व्यापारियों में पूरे दिन हड़कंप की स्थिति बनी रही। हालांकि, शुक्रवार को कृषि मंत्री स्वयं किसी फैक्ट्री पर नहीं पहुंचे। उन्होंने दिनभर उदयपुर के सर्किट हाउस में जनसुनवाई की और भाजपा पदाधिकारियों से मुलाकात की।
इसके बावजूद फैक्ट्रिी संचालकों में बेचैनी बनी रही। इससे पूर्व गुरुवार को मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा स्वयं उमरड़ा एवं गुडली इंडस्ट्रियल एरिया में पहुंचे थे, जहां उन्होंने रामा फॉस्फेट, अदिशा-आईपीएल, प्रेम सखी, खीजां, पटेल फास्फेट, साधना फास्फेट, वालिया और भूमि फास्फेट आदि खाद निर्माता इकाइयों का आकस्मिक निरीक्षण किया। सूत्रों के अनुसार अब तक लिए गए सैंपलों की प्रयोगशाला जांच रिपोर्ट में कई कंपनियों के उत्पाद मानकों पर खरे नहीं उतरे हैं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार निम्नलिखित कंपनियों के सैंपल फेल हुए हैं। प्रदेशभर में इस विशेष अभियान के तहत 600 से अधिक खाद व बीज सैंपल लिए गए, जिनमें से करीब 115 सैंपल फेल पाए गए हैं।
मंत्री मीणा ने इस पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा है कि किसानों को गुणवत्तापूर्ण खाद-बीज उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता है।
-किसके कितने सैंपल फेल
- कोरोमंडल फर्टिलाइजर: 29
- रामा फास्फेट: 15
- ब्लू फास्फेट: 5
- जुबिलिएंट: 12
- अदिशा: 5
- साधना: 6
- पटेल फास्फेट: 7
- भूमि फास्फेट: 8
- टेस्टरा: 5

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