टोपी और चश्मा पहनने वालों पर आई शामत : मोसाद के लिए जासूसी के शक में दर्जनों गिरफ्तार, एक को दी फांसी
ईरान की इजरायल की खुफियां एजेंसी के खिलाफ लड़ाई
इजरायल के हमलों के अलावा भी ईरान में इस वक्त घरेलू स्तर पर एक और युद्ध लड़ा जा रहा है
तेहरान। इजरायल के हमलों के अलावा भी ईरान में इस वक्त घरेलू स्तर पर एक और युद्ध लड़ा जा रहा है। इस युद्ध में मिसाइलें या गोला बारूद शामिल नहीं हैं, लेकिन ये लड़ाई भी उतनी ही खतरनाक है। ईरान ये युद्ध इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद के खिलाफ लड़ रहा है। ईरान ने जासूसी के शक में दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ईरान की सरकार को डर है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने बहुत बड़े पैमाने पर देश में घुसपैठ कर रखा है। शुक्रवार को इजरायली हमला शुरू होने के बाद सिर्फ राजधानी तेहरान से 28 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनपर मोसाद के लिए जासूसी करने का आरोप लगाया गया है। जबकि सोमवार को सख्त संदेश देने के लिए ईरान ने जासूसी के आरोप में एक शख्स को फांसी से लटका दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस शख्स को फांसी दी गई है, उसे दो साल पहले जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस्फहान शहर में अभी तक 60 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जहां ईरान का नतांज परमाणु स्थल है, जिसपर इजरायल ने हमले किए हैं। ईरान ये संदेश देने की कोशिश कर रहा है कि देशद्रोह की सजा मौत है। ईरानी सुरक्षाबलों ने दावा किया है कि इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के एजेंट्स ने शुक्रवार को हुए हमले से पहले देश के अंदर हथियारों की खेप पहुंचाई और उन्हीं से तेहरान के पास मिसाइल लांचर और एयर डिफेंस सिस्टम पर देश के अंदर से हमला किया। ईरान का दावा है कि राजधानी तेहरान के रेय इलाके में 200 किलोग्राम विस्फोटक, कई ड्रोन, लॉन्चर और ड्रोन निर्माण उपकरण जब्त किए गए हैं। ईरान का कहना है कि ये साफ संकेत है कि इजरायल ने पहला हमला बाहर से नहीं, बल्कि ईरान के अंदर से किया है।
ईरान में जासूसों की गिरफ्तारी
ईरान का खुफिया मंत्रालय लोगों से संदिग्धों की सूचना देने के लिए मुहिम चला रहा है। ईरानी मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि जो भी लोग हैट पहने, चश्मा पहने, पिकअप ट्रक चलाते और बड़े बैग लेकर चलते दिखे, फौरन उनकी सूचना दी जाए। जिसके बाद से चश्मा पहने लोगों की शामत आ गई है। रास्ते से काला चश्मा पहने लोगों को उठाया जा रहा है। ईरान की सरकारी नूर न्यूज की तरफ से एक पोस्टर जारी किया गया है, जिसमें ऐसे तमाम लोगों को शक के घेरे में बताया गया है जो धूप का चश्मा पहने, हैट लगाए चलते हैं। इसके अलावा लोगों से अपील की गई है कि ऐसे घर, जहां दिन में भी पर्दे गिरे हुए हों, असामान्य आवाजें आ रही हों, धातू के उपकरणों की आवाज आए, ऐसे लोगों को जानकारी फौरन देने के लिए कहा गया है। इसके अलावा ईरान की पुलिस ने लोगों से ऐसे लोगों के बारे में जानकारी देने के लिए कहा है जिन्होंने हाल फिलहाल में किराए पर घर लिए हों। इसके अलावा सीएनएन की रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने लोगों से सड़कों पर फोटो खींचने की रोक लगा दी है। ईरान के चीफ आॅफ पुलिस अहमद-रेजा रादन ने एक वीडियो बयान जारी किया है। जिसमें देश को लोगों से गद्दारों को पकड़ने के लिए सामने आने की अपील की है। इसके अलावा उन्होंने वादा किया कि अगर किसी ने दुश्मन के बहकावे में आकर जासूसी करने की बात मानी, तो ऐसे लोगों को सम्मानपूर्वक माफ किया जा सकता है। लेकिन जो पकड़े जाएंगे, उन्हें वैसी ही सजा दी जाएगी, जैसी अब इजरायली दुश्मन को मिल रही है। वहीं ईरान की अदालतों के प्रमुख गुलाम-होसैन मोहसेनी-एजेई ने भी कहा है कि इस युद्ध जैसे हालात में दोषियों को तेजी से सजा दी जानी चाहिए।

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