रितिक ने साथ पढ़ने वाले दोस्त के पास एक माह पहले भेजे थे हथियार
जी-क्लब पर फायरिंग का मामला
एडीसीपी शेखावत ने बताया कि जेल से बाहर आने पर विशाल ने रितिक से बात की थी। तब उसने जयपुर में बड़ा करने में सहयोग करने पर दस लाख रुपए देने का लालच दिया था।
जयपुर। टोंक रोड स्थित जी-क्लब पर हुई फायरिंग के मामले में गिरफ्तार रितिक बॉक्सर ने फायरिंग कराने के लिए साथ पढ़ने वाले दोस्त के पास वारदात से एक माह पहले हथियार भिजवाए थे। रविवार को पुलिस ने रितिक के दोस्त विशाल वर्मा (23) निवासी झालाणा डूंगरी को गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया कि विशाल ने रितिक द्वारा भेजी गई तीन पिस्टल व छह मैग्जीन को एक महीने तक अपने पास रखा। उसके बाद रितिक के बताए अनुसार हथियार मानसरोवर मेट्रो स्टेशन के पास किसी को दे दिए थे। एडिशनल कमिश्नर कैलाश बिश्नोई ने बताया कि रितिक बॉक्सर से रिमांड अवधि के दौरान एसआईटी प्रभारी एडीसीपी रामसिंह शेखावत की टीम पूछताछ कर रही है। पूछताछ में पता चला कि विशाल रितिक के साथ पढ़ा है। वह अभी राजापार्क स्थित एलबीए कॉलेज में द्वितीय वर्ष का छात्र है। मारपीट के मामले में विशाल जेल भी गया था। फरवरी में जेल से बाहर आकर रितिक से संपर्क किया था।
जयपुर में बड़ा काम करने पर दस लाख का दिया था लालच
एडीसीपी शेखावत ने बताया कि जेल से बाहर आने पर विशाल ने रितिक से बात की थी। तब उसने जयपुर में बड़ा करने में सहयोग करने पर दस लाख रुपए देने का लालच दिया था। उसके बाद रितिक हनुमानगढ़ चला गया और वहां से 21 नंवबर को नेपाल भाग गया। दिसबंर में रितिक ने नेपाल से विशाल को फोन कर उसे हथियार लाने के लिए सिंधी कैंप भेजा। जब विशाल यहां पहुंचा तो उसे दो लोग मिले। कोडवर्ड बताने व रितिक से बात करने पर दोनों ने हथियारों से भरा बैग विशाल को दे दिए। यह हथियार अनमोल बिश्नोई ने भिजवाए थे। बैग लेकर विशाल घर आ गया और एक माह तक हथियार घर पर रखे रहा। बीती 28 जनवरी को रितिक ने विशाल को फोनकर हथियार लेकर मानसरोवर मेट्रो स्टेशन पहुंचने के लिए कहा। यहां उसने हथियारों का बैग आगरा से बुलाए शूटर प्रदीप शुक्ला को दे दिया। उसी रात शूटरों ने क्लब पर फायरिंग कर दी।
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