हजारों पट्टे जारी, फिर भी नहीं आई बारी

अभी भी हजारों लोग पट्टों से वंचित : तीन दिन बाद हो रहा अभियान समाप्त

हजारों पट्टे जारी, फिर भी नहीं आई बारी

करीब दो हजार आवेदन निरस्त होने के बाद भी 4 हजार आवेदन लम्बित हैं।

कोटा। राज्य सरकार की ओर से शुरू किए प्रशासन शहरों के संग अभियान के तहत  कोटा शहर में नगर निगम व नगर विकास न्यास के माध्यम से हजारों लोगों को पट्टे जारी कर मालिकाना हक दिया गया है। उसके बावजूद भी अभी हजारों लोग ऐसे हैं जिन्होंने पट्टों के लिए आवेदन तो किया हुआ है लेकिन उन्हें पट्टे नहीं मिले हैं। सरकार की ओर से पूरे प्रदेश में 10 लाख पट्टे जारी करने का लक्ष्य रखा था। उसी के तहत कोटा शहर में भी पट्टे जारी करने के लिए दो साल पहले 2 अक्टूबर को इस अभियान की शुरुआत की थी। स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के निर्देश पर नगर निगम कोटा उत्तर व दक्षिण और नगर विकास न्यास की ओर से शिविर लगाकर हारों पट्टे तैयार कर लोगों को दिए गए। लेकिन अभी भी ऐसे कई लोग हैं जो आवेदन करने के बाद लगातार निगम व न्यास के चक्कर लगा रहे हैं। 

उत्तर की तुलना में दक्षिण में कम बने पट्टे
नगर निगम कोटा उत्तर में जहां पट्टों के लिए करीब 16 हजार आवेदन प्राप्त हुए। उनमें से 10 हजार पट्टे बनाए गए। करीब दो हजार आवेदन निरस्त होने के बाद भी 4 हजार आवेदन लम्बित हैं। वहीं कोटा दक्षिण में करीब 6 हजार आवेदन प्राप्त हुए। जिनमें से 4 हजार पट्टे तैयार हुए। आवेदन निरस्त होने के बाद भी करीब 1 हजार आवेदन अभी तक भी लम्बित हैं। वहीं नगर विकास न्यास में कोटा दक्षिण क्षेत्र के पट्टे अधिक लम्बित हैं। 

आचार संहिता से पहले अभियान समाप्त
दिसम्बर में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले 30 सितम्बर को अभियान समाप्त होने वाला है। ऐसे में इससे पहले तक जो पट्टे बन जाएंगे वे हीबट पाएंगे। यदि इस समय तक पट्टे नहीं बने तो फिर उनका नम्बर कब आएगा पता नहीं। 

इन क्षेत्रों के पट्टे अधिक लम्बित
नगर निगम कोटा उत्तर में पोर्ट वाल समेत कई क्षेत्रों के तो कोटा दक्षिण में केशवपुरा, बालाकुनड, जगपुरा, रंगबाड़ी, आंवली रोजड़ी समेत कई क्षेत्रों के पट्टे बाकी है। हालांकि सूत्रों के अनुसार इनमें से कई में वन विभाग का तो कई में निगम-न्यास का अडंगा होने से पट्टे नहीं बन पा रहे हैं। 

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ये लगा रहे चक्कर
बालाकुंड निवासी रमेश चंद ने बताया कि उन्होंने एक साल पहले पट्टे के लिए न्यास में आवेदन किया था। अभी तक उनका पट्टा नहीं बना है। पहले तो फाइल ही गुम हो गई थी। फाइल मिली तो कोई न कोई बहाना बनाकर अभी तक पट्टा नहीं मिला है। बालाकुंड निवासी कला बाई का कहना है कि मार्च में पट्टे के लिए आवेदन किया था। करीब 6 माह होने को है अभी तक पट्टा नहीं बना। नगर निगम कोटा दक्षिण की कांग्रेस पार्षद सलीना शैरी ने बताया कि साजीदेहडा बस्ती के खसरा नम्बर 22  व 104 के पट्टे नहीं बन रहे हैं। ये खसरे नगर निगम के रिकार्ड में दर्ज होने के बाद भी पट्टे जारी नही किए जा रहे है। नगर निगम व न्यास के बीच इस क्षेत्र के लोगों को फुटबाल बनाया हुआ है। उन्होनने मंत्री धारीवाल को ज्ञापन देकर शीघ्र पट्टे बनवाने की मांग की है। 

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सरकार ने किया सरलीकरण, अधिकारी अटका रहे
राज्य सरकार व स्वायत्त शासन विभाग ने पट्टे जारी करने में आ रही अड़चनों को देखते हुए नियमों में सरलीकरण कर दिया है। अब पहले की तुलना में सीमित दस्तावेजों व आवेदन के आधार पर ही पट्टा जारी करने का आदेश जारी किया हुआ है। लेकिन उसके बाद भी अधिकारी कई नियम लगाकर पट्टे बनाने में अड़चनें लगा रहे हैं। यही कारण है कि अभी भी निगम व न्यास में पट्टों के हजारों आवेदन लम्बित हैं। 

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उत्तर महापौर ने दिए अधिकारियों को निर्देश
इधर नगर निगम कोटा उत्तर की महापौर मंजू मेहरा ने मंगलवार को अधिकारियों की बैठक लेकर पट्टों की लम्बित पत्रावलियों का शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिए। अपने कक्ष में आयोजित बैठक में  उन्होंने कहा कि क्षेत्र के तैयार पट्टों को शिविर लगाकर बांटा जाए।  जोन प्रथम व  द्वितीय के अधिकारियों को उनके अधीन  लम्बित पत्रावलियों को 3 दिन में निस्तारित करने के निर्देश दिए। दस्तावेजों की कमी के कारण लगे आक्षेप की पूर्ति भी तत्काल करवाई जाए। महापौर ने बताया कि कोटा उत्तर में करीब ढाई से तीन हजार आवेदन लम्बित हैं। जिनमें से कई तो निरस्त हो चुके हैं। जबकि 700 पट्टे बनकर तैयार हो गए हैं। 29 सितम्बर को शिविर लगाकर उन पट्टों का वितरण किया जाएगा।   बैठक में आयुक्त अनुराग भार्गव, उपायुक्त जोन प्रथम हर्षित वर्मा, उपायुक्त जोन द्वितीय कार्तिकेय मीणा,  संयुक्त विधि परामर्शी वरिेन्द्र यादव, नगर नियोजक अमित व्यास, सहायक नगर नियोजक अनुपमा कौशल, पटवारी (अनुबंधित) कृष्ण मुरारी और  सभी सहायक अभियंता, कनिष्ठ अभियंता व संबंधित जोन के कर्मचारी उपस्थित रहे।

अवकाश के तीन दिनों में तलाशी फाइलें
इधर अभियान समाप्त होने की तिथि नजदीक आने को देखते हुए कोटा उत्तर व कोटा दक्षिण निगम में तीन दिन अवकाश के समय में भी कर्मचारियों ने कार्याय आकर पट्टों की लम्बित फाइलों को तलाशा। उन फाइलों का निस्तारण किया और पट्टे तैयार करवाए। सूत्रों के अनुसार कोटा दक्षिण  में करीब दो सौ से अधिक और कोटा उत्तर में करीब 700 पट्टे तैयार किए गए। नगर निगम कोटा दक्षिण के महापौर राजीव अग्रवाल ने बताया कि कोटा दक्षिण में जितने भी आवेदन लम्बित हैं उनका शीघ्र निस्तारण किया जाएगा। लम्बित आवेदनों में से कई आवेदनों को तीन दिन अवकाश के समय में तैयार करवाया गया है।

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