
सदन में गूंजा वकील की 49 दिन से लापता दो नाबालिग बच्चियों का मामला
जयपुर में पिछले 49 दिन से एक वकील की दो बच्चियों के लापता होने के बाद भी सुराग नहीं मिलने का मामला बुधवार को विधानसभा में भी गूंजा।
लाहोटी बोले....पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ का चार्ली गुम होने पर पुलिस उसे 5 दिन में ढूंढ लेती है, आजम खान की भैंस चोरी होने पर पुलिस तत्काल ढूंढ लाती है, लेकिन आमजन की कोई सुनवाई नहीं हो रही है
जयपुर। राजधानी जयपुर में पिछले 49 दिन से एक वकील की दो बच्चियों के लापता होने के बाद भी सुराग नहीं मिलने का मामला बुधवार को विधानसभा में भी गूंजा। शून्यकाल में भाजपा विधायक अशोक लाहोटी ने यह मामला उठाते हुए कहा कि पूर्व मंत्री राजेंद्र राठौड़ का चार्ली गुम होने पर पुलिस उसे 5 दिन में ढूंढ लेती है, आजम खान की भैंस चोरी होने पर पुलिस तत्काल ढूंढ लाती है, लेकिन आमजन की कोई सुनवाई नहीं हो रही है, क्या वर्चस्व वाले लोगों की ही पुलिस पूरी तरह से सुनवाई करेगी?
लाहोटी ने कहा कि जयपुर की दो नाबालिग बच्चियां डेढ़ महीने पहले स्कूल से गायब हुई थी, अभी तक पुलिस इन बच्चियों को नहीं ढूंढ सकी। बच्चों का सुराग नहीं मिलने पर जब जयपुर शहर में वकील और आमजन सड़कों पर उतरे तो 46 दिन बाद दबाव पड़ने पर इस मामले में SIT गठन किया जाता है। अगर राजधानी के यह हाल है तो गांव ढाणियों में क्या होता होगा? लाहोटी ने कहा पुलिस व सरकार सो रही है? दो दिन से वकीलों ने भी राजधानी में सड़क जाम कर रखी है।
स्पीकर सीपी जोशी ने मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को दी सीख
एक सवाल के जवाब के दौरान स्पीकर सीपी जोशी ने खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को सीख देते हुए कहा कि कहा आप एक अच्छे कार्यकर्ता हो सकते हैं, लेकिन आपको एक अच्छा मंत्री होना साबित करना होगा। दरअसल अपने जवाब के दौरान प्रताप सिंह खाचरियावास पर भाजपा नेताओ ने टिप्पणी की तो खाचरियावास भी बोलने लगे। इस पर स्पीकर ने प्रताप सिंह को निजी टिप्पणियां करने से रोका। इस पर प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि मंत्री तो बंध गए हैं स्पीकर साहब। इस पर स्पीकर ने कहा कि या तो मंत्री को या स्पीकर को बंधना तो पड़ेगा ही। अप्रिय फैसले हमेशा स्पीकर को ही करने पड़ते हैं।
विधानसभा में उठा कोटा में धारा 144 लगाने का मुद्दा
भाजपा विधायक संदीप शर्मा ने शून्यकाल में द कश्मीर फाइल्स फिल्म को लेकर कोटा में धारा 144 लगाने का मामला सदन में उठाया। शर्मा ने कहा फिल्म के कारण से धारा 144 लगाई गई है, अब प्रशासन ने कहा है कि फिल्म को लेकर कोई रोक नहीं है, तो ऐसे में फिर अब कोटा शहर में धारा 144 लागू रहने का क्या औचित्य है? स्पीकर जोशी ने कहा कि मैंने आपकी भावना के अनुसार मैंने कोटा कलेक्टर से जानकारी मंगवाई है। अब सभी भ्रांतियां दूर कर दी गई है।
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