प्रदेश का यश बढ़ाने जर्मनी जाएंगे वर्धन : पढ़ाई में टॉप, खेल में भी होप, वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में लेंगे हिस्सा
ट्रायल में आए 40 खिलाड़ी
राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्र यशवर्धन सिंह उन चुनिंदा युवाओं में हैं, जो खेल और पढ़ाई दोनों में उत्कृष्टता हासिल कर रहे हैं।
जयपुर। राजस्थान यूनिवर्सिटी के छात्र यशवर्धन सिंह उन चुनिंदा युवाओं में हैं, जो खेल और पढ़ाई दोनों में उत्कृष्टता हासिल कर रहे हैं। एक ओर वह वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व करने जर्मनी जा रहे हैं, तो दूसरी ओर उनका सपना आईपीएस अधिकारी बनने का है। बास्केटबॉल के कोर्ट पर यशवर्धन में जो तेजी दिखती है, उतनी ही गहराई उनकी पढ़ाई में भी है। कानून की पढ़ाई के साथ-साथ यशवर्धन यूपीएससी की तैयारी में भी जुटे हैं। यशवर्धन का चयन जर्मनी में होने वाले वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के लिए भारत की यूनिवर्सिटी बास्केटबॉल टीम में हुआ है।
अमेरिका टफ टीम :
भारत के ग्रुप में अमेरिका, रोमानिया और लातविया की टीमें हैं। यशवर्धन की नजर में अमेरिका सबसे चुनौतीपूर्ण टीम है। रोमानिया को भारत पहले वर्ल्ड पुलिस गेम्स में हरा चुका है, जबकि लातविया से अभी मुकाबला नहीं हुआ है।
विरासत में मिला है खेल :
खेल यशवर्धन को विरासत में मिला। उनकी मां परमजीत कौर ने 2000 ओलिंपिक में 4 गुणा 400 मीटर रिले दौड़ में हिस्सा लिया था, जबकि पिता विजय चौधरी 100 मीटर स्प्रिंट के राष्ट्रीय स्तर के धावक रहे हैं। यही कारण रहा कि यशवर्धन की खेलों में रुचि बचपन से ही रही। स्कूल में पीटीआई ने उनकी लंबाई को देखते हुए बास्केटबॉल खेलने की सलाह दी, और फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा।
ट्रायल में आए 40 खिलाड़ी :
यशवर्धन ने बताया कि 29 मार्च को हुए चयन ट्रायल में देशभर की यूनिवर्सिटी से 40 खिलाड़ी पहुंचे थे, जिनमें से 12 को अंतिम टीम में जगह मिली। कोच रामकुमार के अनुसार टीम का चयन ऑल इंडिया यूनिवर्सिटी की टॉप 8 टीमों और विश्वविद्यालय में पढ़ रहे अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों में से किया गया। यशवर्धन स्कूल नेशनल, जूनियर नेशनल और वेस्ट जोन में खेल चुके है।

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