83 वर्ष के हुए जीतेन्द्र, जानें पहली फिल्म से लेकर जंपिंग जैक बनने तक के सफर के बारे में
जीतेन्द्र का रूझान बचपन से हीं फिल्मों की ओर था
बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता जीतेन्द्र 83 वर्ष के हो गए।
मुंबई। बॉलीवुड के जाने-माने अभिनेता जीतेन्द्र 83 वर्ष के हो गए। 07 अप्रैल 1942 को एक जौहरी परिवार में जन्में जीतेन्द्र का रूझान बचपन से हीं फिल्मों की ओर था और वह अभिनेता बनना चाहते थे। वह अक्सर घर से भाग कर फिल्म देखने चले जाते थे। जीतेन्द्र ने अपने सिनेमा करियर की शुरूआत 1959 में प्रदर्शित फिल्म ‘नवरंग’ से की, जिसमें उन्हें छोटी सी भूमिका निभाने का अवसर मिला। लगभग पांच वर्ष तक जीतेन्द्र फिल्म इंडस्ट्री में अभिनेता के रूप में काम पाने के लिए संघर्षरत रहे। वर्ष 1964 में उन्हें व्ही .शांताराम की फिल्म ‘गीत गाया पत्थरों ने...’में काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म के बाद जीतेन्द्र अपनी पहचान बनाने में कामयाब हो गए।
वर्ष 1967 में जीतेन्द्र की एक और सुपरहिट फिल्म ‘फर्ज’ प्रदर्शित हुई। रविकांत नगाइच निर्देशित इस फिल्म में जीतेन्द्र ने डांसिंग स्टार की भूमिका निभाई। इस फिल्म में उन पर फिल्माया गीत ‘मस्त बहारो का मैं आशिक’ श्रोताओं और दर्शकों के बीच काफी लोकप्रिय हुआ। इस फिल्म के बाद जीतेन्द्र को ‘जंपिंग जैक’ कहा जाने लगा।
‘फर्ज’ की सफलता के बाद डांसिंग स्टार के रूप में जीतेन्द्र की छवि बन गई। इस फिल्म के बाद निर्माता-निर्देशकों ने अधिकतर फिल्मों में उनकी डांसिंग छवि को भुनाया। निर्माताओं ने जीतेन्द्र को एक ऐसे नायक के रूप में पेश किया, जो नृत्य करने में सक्षम है। इन फिल्मों में ‘हमजोली’ और ‘कारंवा’ जैसी सुपरहिट फिल्में शामिल है। इस बीच जीतेन्द्र ने ‘जीने की राह’, ‘दो भाई’ और ‘धरती कहे पुकार के’ जैसी फिल्मों में हल्के-फुल्के रोल कर अपनी बहुआयामी प्रतिभा का परिचय दिया।
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