निर्णय से खफा अभ्यर्थी पहुंचे आरपीएससी मुख्यालय : हाईकोर्ट के फैसले के विरोध में डबल बैंच में जाने की बात कही
नौकरी से निकाल दिया तो अच्छा नहीं
फिजिकल स्टैंडर्ड भी बदल जाता है। ऐसे में अधिकांश अभ्यर्थियों की उम्र हो गई।
अजमेर। हाईकोर्ट की ओर से उपनिरीक्षक भर्ती परीक्षा 2021 को रद्द करने को लेकर ट्रेनिंग कर चुके कई कैंडिडेट्स शनिवार को आरपीएससी पहुंचे। लेकिन शनिवार को अवकाश होने के कारण वे किसी अधिकारी से नहीं मिल सके। अभ्यर्थियों ने हाईकोर्ट के फैसले के विरोध में डबल बैंच में जाने की बात कही। अभ्यर्थियों का कहना है कि यह निर्णय किसी भी सूरत में सही नहीं और सरकार को डबल बैंच में उनका साथ देना चाहिए। अभ्यर्थियों ने कहा कि जो गलत है, उनके खिलाफ कार्रवाई हो, लेकिन जिनकी गलती नहीं थी, उनके साथ अन्याय नहीं होना चाहिए आरपीएससी पहुंचे हरेन्द्रसिंह चौधरी ने कहा कि यह निर्णय न्यायोचित नहीं है। उन्होेने कहा कि अब निर्णय के खिलाफ डबल बैंच में जाएंगे। सरकार से मांग करते है कि अभ्यर्थियों का साथ दें। इसका असर परिवार पर पड़ेगा। नौकरी से निकाल दिया तो अच्छा नहीं है।
कुछ अभ्यर्थियों का तर्क था कि पुरानी नौकरी को छोड़कर आए थे। अब नई नौकरी के लिए कैसे तैयारी करेंगे। हमारेसाथ धोखाधड़ी की गई है। ऐसी सूरत में ये लोग कहां जाए। सरकार से मांग है कि इनके साथ न्याय किया जाए। कैंडिडेट इन्द्रसिंह ने कहा कि जब परीक्षा के दौरान ही फर्जीवाड़ा होने की जानकारी मिलने पर एफआईआर दर्ज हो गई, तो फिर भर्ती प्रक्रिया को आगे क्यों बढ़ाया गया। भर्ती प्रक्रिया के दौरान फिजिकल, इन्टरव्यू और ट्रेनिंग करवाई गई। अभ्यर्थियों ने कहा कि सरकार बदली है, सरकारी मशीनरी तो नहीं। भर्ती रद्द करना कैसे मुनासिब है। एक दिन पढ़ाई छोड़ देने पर सात दिन पीछे हो जाते हैं, और अधिकांश अभ्यर्थी को पढ़ाई छोड़े चार साल हो गए। ऐसे में नियमित तैयारी करने वाले नए कैंडिडेट्स की बराबरी कैसे कर सकते हैं। फिजिकल स्टैंडर्ड भी बदल जाता है। ऐसे में अधिकांश अभ्यर्थियों की उम्र हो गई। ऐसे में अब फिजिकल क्लियर करना भी चुनौती होगा।

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