वन टाइम फीस ने घटाई आरपीएससी की आय : परीक्षाओं मे आवेदनों की संख्या बढ़ी और खर्चे भी, आमदनी नहीं बढ़ी
बार-बार परीक्षा आवेदन का शुल्क देने में सक्षम नहीं
आवेदन नि:शुल्क होने के कारण आयोग की परीक्षाओं के लिए जितने आवेदन आते हैं, उसके मुकाबले आधे से भी कम अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होते हैं।
अजमेर। राजस्थान लोक सेवा आयोग ने अभ्यर्थियों को राहत देने के लिए अप्रैल 2023 से वन टाइम फीस की व्यवस्था शुरू की थी। लेकिन इसने आयोग की ही परेशानी बढ़ा दी है। क्योंकि परीक्षाओं में आवेदनों की संख्या तो बढ़ गई लेकिन आयोग की आय कम हो गई। आरपीएससी की ओर से होने वाली परीक्षाओं में वन टाइम फीस की व्यवस्था अप्रैल 2023 से लागू की गई थी। इसके अनुसार अभ्यर्थी को एक बार ही फीस जमा करानी है। इसके बाद जब तक वह प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने की उम्र की अधिकतम सीमा को पार नहीं कर जाता है, तब तक वह कितनी भी परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क आवेदन कर सकता है। यह व्यवस्था उन अभ्यर्थियों को राहत देने के लिए शुरू की गई थी, जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं और बार-बार परीक्षा आवेदन का शुल्क देने में सक्षम नहीं हैं।
आवेदन नि:शुल्क होने के कारण आयोग की परीक्षाओं के लिए जितने आवेदन आते हैं, उसके मुकाबले आधे से भी कम अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होते हैं। इस कारण आयोग को आवेदनों से होने वाली आय भी कम हो गई है। लेकिन आयोग को परीक्षा की तैयारी आवेदनों के अनुसार ही करनी पड़ती है, जिन पर व्यय होता है। जैसे, प्रश्न-पत्र छपवाना, वीक्षकों, केन्द्राधीक्षकों को भुगतान, परीक्षा केन्द्र बनाना आदि। आयोग प्रशासन के अनुसार आयोग की आय का मुख्य स्रोत आवेदनों से प्राप्त होने वाला शुल्क था।
इसका ऑनलाइन संग्रहण जिला ई-गर्वनेंस सोसायटी एवं नेट बैंकिंग द्वारा किया जाता है। जबकि व्यय मुख्यत: परीक्षा, संवीक्षा परीक्षा के आयोजन पर होता है। प्रतिवर्ष राज्य के वित्त विभाग द्वारा आयोजित बजट फाइनलाइजेशन कमेटी की बैठक में निर्धारित प्रावधानों के अनुरूप स्वीकृत विभिन्न मदों, वर्ग पर व्यय किया जाता है।
वर्ष आय (लाखों में) व्यय (लाखों में)
2021- 22 1476.66 4875.69
2022- 23 4375.87 7891.73
2023- 24 125.58 5981.83

Comment List