न्यायिक व्यवस्था में विश्वास कायम रहे, यह हम सब की जिम्मेदारी : चीफ जस्टिस
न्यायिक परिवार की पुरानी यादों को ताजा किया
राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश श्रीवास्तव, हाईकोर्ट जज सिंह व गोयल ने नए भवन का फीता काटकर उद्घाटन करने के बाद अवलोकन किया और उक्त भवन में उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी ली।
अजमेर। राजस्थान उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एम.एम. श्रीवास्तव ने कहा है कि आमजन में न्याय प्राप्ति के लिए न्यायिक व्यवस्था पर जो अटूट विश्वास है उसे कायम रखना हम सभी की एक समान जिम्मेदारी है। इसके लिए पारदर्शी, निष्पक्ष और निर्भीक कार्य प्रणाली होने की आवश्यकता है। वह संयोगिता नगर में नवनिर्मित जिला अदालत भवन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाने में वकील और न्यायिक अधिकारी व कर्मचारियों को अपने-अपने दायित्व और गरिमा को ध्यान में रख कार्य करना चाहिए। जिससे न्याय प्राप्त करने वाले का इस व्यवस्था के प्रति विश्वास बना रहे। भरोसेमंद न्यायिक व्यवस्था बनाना केवल एक वर्ग का काम या जिम्मेदारी नहीं है। इसमें सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण भूमिका वकील निभा सकते हैं।
उन्होंने पुराने मुकदमों का शीघ्र निस्तारण और नए मुकदमों को अदालतों में आने से पूर्व मिडिएशन व्यवस्था में लाने की व्यवस्था बनाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने बताया कि वर्तमान में अजमेर की अदालत में करीब 76 हजार आपराधिक व 26 हजार दीवानी प्रकरण लंबित हैं। कुछ समय से नए मुकदमे दर्ज होने से रफ्तार तेज हुई है, जो चिंताजनक है।उन्होंने बताया कि प्रदेश में अनेक अदालत भवनों के नवनिर्माण की प्रक्रिया जारी है। शीघ्र ही प्रदेश की अनेक अदालतों को आकर्षक, तकनीकी युक्त भवन मिल जाएंगे। उन्होंने बताया कि देश में चंडीगढ़ के बाद अजमेर में अदालत का नया भवन हाईकोर्ट की तर्ज पर बना है।
न्यायिक परिवार की पुरानी यादों को ताजा किया
समारोह में हाईकोर्ट के न्यायाधीश मुकेश कुमार गोयल और इंद्रजीत सिंह ने अजमेर के जिला बार सदस्यों सहित न्यायिक परिवार की पुरानी यादों को ताजा करते हुए न्यायिक व्यवस्था में अजमेर के वकीलों की भूमिका की जानकारी दी। उन्होंने देश के शीर्ष तक पहुंचे वकीलों के बारे में जानकारी भी दी। दोनों ने आजादी के पूर्व से लेकर अब तक के न्यायिक इतिहास की जानकारी दी। इससे पूर्व जिला व सत्र न्यायाधीश श्रीमती संगीता शर्मा ने अजमेर के न्यायिक इतिहास और नए भवन के निर्माण संबंधी जानकारी दी। इस भवन के निर्मित करने में सहयोगी रहे वकील, न्यायिक अधिकारी व विभिन्न महकमों के प्रतिनिधियों को धन्यवाद देते आज के दिन को न्यायिक इतिहास का नया पन्ना होना बताया है।
फीता काटने के बाद किया अवलोकन
राजस्थान हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश श्रीवास्तव, हाईकोर्ट जज सिंह व गोयल ने नए भवन का फीता काटकर उद्घाटन करने के बाद अवलोकन किया और उक्त भवन में उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। सभी अतिथियों ने अत्याधुनिक तकनीकी से परिपूर्ण नए भवन की प्रसंशा की। इस अवसर पर कई अन्य न्यायिक अधिकारी व जिला बार पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

Comment List