डूबने-बिजली गिरने से 12 की मौत : कोटा बैराज के 12 गेट खोलकर की गई दो लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी की निकासी
कोटा, बूंदी, बारां, चित्तौड़ सहित कई जिलों में तेज बरसात, कोटा में आठ इंच
लगातार बारिश के चलते अधिकांश जिलों में पारे में गिरावट आई है और अधिकतम तापमान 30 डिग्री के नीचे दर्ज किया गया।
जयपुर। प्रदेश में मानसून एक बार फिर से एक्टिव हो गया है। इसके चलते कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। वर्षाजनित हादसों में प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर 12 लोगों की मौत हो गई, वहीं कोटा में चंबल नदी में सात लोग बह गए। इनमें से एक को बचा लिया गया जबकि छह की तलाश जारी है। सोमवार को भी राजधानी जयपुर, सीकर, कोटा, भीलवाड़ा, अजमेर, बूंदी, बारां, चित्तौड़गढ़, पाली, जोधपुर, उदयपुर, राजसमंद, श्रीगंगानगर, टोंक सहित कई जिलों में कहीं भारी तो कहीं मध्यम बारिश हुई। बीते 24 घंटों में सर्वाधिक बारिश करीब 8 इंच कोटा के खातोली में दर्ज की गई। वहीं पश्चिमी राजस्थान के पाली में 167 मिमी यानी करीब सात इंच बारिश दर्ज की गई है। इसके चलते इन इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। खेत खलियान, सड़कें दरिया बन गई हैं। चित्तौड़गढ़ के बस्सी थाना क्षेत्र के निलिया महादेव के झरने में 3 युवकों की डूबने से मौत हो गई।
तीनों युवक नर्सिंग कॉलेज में सेकंड ईयर के छात्र थे और यहां पिकनिक मनाने आए थे। बीते 24 घंटों में चित्तौड़गढ़ में सात इंच के करीब पानी बरसा। रावतभाटा में बच्चे की नाले में बहने से मौत हो गई। धौलपुर जिले के बाड़ी में बामणी नदी की लुहार पुलिया पर रपट पार करने के दौरान एक युवक बह गया। बामणी नदी की पुलिया पर तेज बहाव में एक युवती भी बह गई। घटना के बाद ग्रामीण युवती की तलाश कर रहे हैं। भरतपुर के रुदावल थाना इलाके में रविवार देर रात बिजली गिरने से दो मंजिला मकान की छत भरभराकर गिर गई। मकान में सो रहे युवक की मलबे में दबने से मौत हो गई। वहीं बयाना में बारैठा बांध के तीन गेट चार-चार फीट खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है। कोटा बैराज के भी 12 गेट खोलकर दो लाख दो हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी की निकासी गई। जोधपुर में भारी बारिश के बीच रेलवे स्टेशन परिसर में पानी भर गया। पटरियां डूब गईं। सड़कों पर जलभराव हो गया। लगातार बारिश के चलते अधिकांश जिलों में पारे में गिरावट आई है और अधिकतम तापमान 30 डिग्री के नीचे दर्ज किया गया।
अब तक औसत से 102 फीसदी ज्यादा बरसात
मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के मुताबिक राज्य में इस मानसून सीजन में अब तक औसत से 102 फीसदी ज्यादा बरसात हो चुकी है। राज्य में 1 जून से 13 जुलाई तक 107.3 एमएम औसत बरसात होती है, जबकि इस सीजन में अब तक कुल 216.8 एमएम बारिश हो चुकी है।
जयपुर में लगी सावन की झड़ी
राजधानी जयपुर में सोमवार को सुबह से ही रिमझिम बारिश का दौर शुरू हो गया जो कि रुक-रुक कर देर रात तक चलता रहा। वहीं शाम को बारिश का दौर तेज हो गया जो कि देर रात तक चला। शहर में सुबह से रात तक चली कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश ने सावन की झड़ी लगा दी। यहां मौसम काफी खुशनुमा हो गया और तापमान में भी गिरावट आई। जयपुर में अधिकतम तापमान 28.6 डिग्री दर्ज किया गया वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। हालांकि बारिश के साइड इफेक्ट भी देखने को मिले और इसके चलते कहीं सड़क धंस गई तो कहीं पानी भर गया। शहर में जगह जगह जाम के हालात भी बन गए। जयपुर के माधोराज पुरा में दो इंच से ज्यादा बारिश हुई। वहीं जयपुर शहर में भी देर रात तक एक इंच से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
आज और कल भी रहेगी भारी बारिश
मौसम केन्द्र जयपुर से मिली जानकारी के अनुसार 15 जुलाई को कोटा, अजमेर, जोधपुर संभाग के कुछ भागों में भारी, अतिभारी बारिश व कहीं-कहीं अत्यंत भारी बारिश होने की संभावना है। बीकानेर जयपुर भरतपुर संभाग में कहीं-कहीं मध्यम से भारी बारिश का दौर जारी रह सकता है। वहीं 16 जुलाई को जोधपुर, बीकानेर, अजमेर संभाग के कुछ भागों में भारी बारिश व कहीं-कहीं अतिभारी बारिश होने की प्रबल संभावना है। पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की गतिविधियों में 17 जुलाई से और पश्चिमी राजस्थान में 18 जुलाई से कमी आने के आसार हैं।
टोंक में छह इंच पानी बरसा
टोंक जिले में भी भारी बारिश हुई है। जिले के दूनी में 146 एमएम बारिश हुई है। निवाई में 104 एमएम, उदयपुर के सायरा में 94 एमएम, ऋषभदेव में 67 एमएम, गंगानगर के मुकलावा में 97 एमएम, अनूपगढ़ में 77 एमएम, मिर्जेवाला में 75 एमएम, राजसमंद शहर में 86 एमएम, नागौर के डेगाना में 85 एमएम, कोटा के मंडाना में 111 एमएम पानी बरसा। इनके अलावा अजमेर, बालोतरा, बूंदी, भरतपुर, जोधपुर, सवाई माधोपुर, सीकर जिलों के कई इलाकों में 1 से 2 इंच तक पानी बरसा।
बीसलपुर में तेज हुई पानी की आवक
टोंक के बीसलपुर बांध में पानी की आवक फिर तेज हो गई है। बांध के कैचमेंट एरिया में हो रही बारिश से बांध का जलस्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ रहा है। सोमवार शाम छह बजे तक बांध का जल स्तर बढ़कर 314.07 आरएल मीटर हो गया है। बांध की कुल भराव क्षमता 315.50 आरएलमीटर है। त्रिवेणी की ऊंचाई भी अब बढ़कर तीन मीटर हो गई है।

Comment List