आईडीएच सेंटर में बनाई है 20 बैड की यूनिट : ब्लड कैंसर के मरीजों को मिलेगा डेडिकेटेड इलाज क्लिनिकल हेमेटोलॉजी डिपार्टमेंट की हुई शुरुआत
एनीमिया, लिम्फोमा, थैलेसीमिया जैसे मरीजों को मिलेगी राहत
एसएमएस मेडिकल कॉलेज राजस्थान का पहला सरकारी मेडिकल कॉलेज है।
जयपुर। राजधानी जयपुर के सवाई मेडिकल कॉलेज में ब्लड कैंसर के मरीजों को अब अलग से डेडिकेटेड इलाज की सुविधा मिल सकेगी। एनीमिया, लिम्फोमा, थैलेसीमिया से पीड़ितों के लिए अब अलग से डेडिकेटेड क्लिनिकल हेमेटोलॉजी डिपार्टमेंट की शुरुआत हुई है। इस यूनिट के बनने से सुपर स्पेशियलिटी के डॉक्टरों की निगरानी में ब्लड कैंसर के मरीजों को डेडिकेटेड इलाज मिल सकेगा। इस डिपार्टमेंट के तहत 20 बैड की एक यूनिट भी बनाई गई है। इसमें सुपर स्पेशियलिटी के डॉक्टर्स के जरिए केवल खून से जुड़ी तमाम बीमारियों का इलाज होगा। इस विंग के शुरू होने से अब उम्मीद जताई जा रही है कि ब्लड कैंसर के मरीजों बेहतर इलाज के लिए कार-टी सेल थेरेपी की भी शुरुआत हो जाएगी। विभाग के एचओडी और यूनिट के हेड डॉ. विष्णु शर्मा के अनुसार अभी तक खून की बीमारी से जुड़े मरीजों का इलाज जनरल मेडिसिन डिपार्टमेंट की यूनिट में होता था। अब क्लिनिकल हेमेटोलॉजी विभाग की शुरुआत की है। इसमें खून की बीमारी से जुड़े मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया है और इलाज दिया जा रहा है।
एसएमएस मेडिकल कॉलेज राजस्थान का पहला सरकारी मेडिकल कॉलेज
एसएमएस मेडिकल कॉलेज राजस्थान का पहला सरकारी मेडिकल कॉलेज है। जहां इस डिपार्टमेंट और यूनिट की शुरुआत की है। ये एक सुपर स्पेशियलिटी सेवाओं में गिना जाता है। अभी केवल जयपुर के एक निजी कॉलेज में ही इस विंग और यूनिट का संचालन हो रहा है। इस डिपार्टमेंट की डेडिकेटेड यूनिट एसएमएस के आईडीएच सेंटर में बनाई है। इस यूनिट में फिलहाल 20 बैड हैं। आगे इसे और बढ़ाया जाएगा। इस डिपार्टमेंट की हर बुधवार को ओपीडी रहती है।

Comment List