गुप्त वृंदावन धाम में नंदोत्सव और व्यास पूजा का भव्य आयोजन
हजारों भक्तों ने स्वयं भोग बनाकर अर्पित किया
गुप्त वृंदावन धाम में जन्माष्टमी के बाद दूसरे दिन नंदोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया
जयपुर। गुप्त वृंदावन धाम में जन्माष्टमी के बाद दूसरे दिन नंदोत्सव बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भगवान श्रीकृष्ण के प्राकट्य उपलक्ष्य में भक्तों ने पूरे उत्साह और भक्ति भाव से नंदलाल का स्वागत किया। इस अवसर पर धाम का वातावरण भक्तिरस और उल्लास से परिपूर्ण हो गया।
नंदोत्सव के साथ ही व्यास पूजा का आयोजन भी हुआ। इस अवसर पर हरे कृष्ण आंदोलन के संस्थापक आचार्य कृष्ण कृपामूर्ति ए.सी. भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद की 129वीं जयंती धूमधाम से मनाई गई। श्रील प्रभुपाद ने पूरे विश्व में हरे कृष्ण आंदोलन का प्रचार-प्रसार कर लाखों लोगों को भक्ति मार्ग से जोड़ा और अनेक मंदिरों की स्थापना की।
गुप्त वृंदावन धाम के अध्यक्ष अमितासना दास ने जानकारी दी कि व्यास पूजा के दिन प्रभुपाद जी का विशेष अभिषेक हुआ। देश-विदेश से जुड़े भक्तों ने प्रभुपाद को श्रद्धांजलि पत्र लिखकर उनके जीवन में गुरु ज्ञान की ज्योति कैसे जलाई, यह अनुभव साझा किया। इन पत्रों का संकलन विभिन्न किताबों के रूप में किया गया और हरे कृष्ण मूवमेंट राजस्थान का विशेष वाल्यूम व्यास पूजा के दिन अनावरण किया गया।
इस अवसर पर हजारों भक्तों ने स्वयं भोग बनाकर अर्पित किया। धाम में भजन-कीर्तन, नृत्य और उत्सव का अद्भुत संगम देखने को मिला। श्रद्धा और भक्ति से ओत-प्रोत यह आयोजन भक्तों के लिए अविस्मरणीय बन गया।

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