अंता विधानसभा उपचुनाव : विधायक भाया की शपथ के बाद भाया और जूली ने सरकार पर बोला हमला, कहा- अंता की जनता ने भाजपा को दिखा दिया आइना
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाओं को बंद कर दिया
अंता विधानसभा उपचुनाव में नवनिर्वाचित विधायक प्रमोद जैन भाया ने मंगलवार को विधानसभा में पद और गोपनीयता की शपथ ली। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने उन्हें अपने कक्ष में पद की शपथ दिलाई। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए भाया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के हाईकमान ने मुझ पर भरोसा करके मुझे टिकट दिया और कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ताओं ने मेहनत की।
जयपुर। अंता विधानसभा उपचुनाव में नवनिर्वाचित विधायक प्रमोद जैन भाया ने मंगलवार को विधानसभा में पद और गोपनीयता की शपथ ली। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने उन्हें अपने कक्ष में पद की शपथ दिलाई। इसके बाद मीडिया से बातचीत करते हुए भाया ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के हाईकमान ने मुझ पर भरोसा करके मुझे टिकट दिया और कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ताओं ने मेहनत की। अंता की जनता ने मुझे अपना आशीर्वाद दिया और मैं उन्हें विश्वास दिलाता हूं कि मैं अंता सहित जनहित के तमाम मुद्दों को विधानसभा और विधानसभा के बाहर उठाता रहूंगा। भाया ने अंता उपचुनाव में बयानबाजी और आरोपों को लेकर कहा कि सियासत में बयानबाजी और आरोप लगते रहते हैं लेकिन मैं अपने काम पर फोकस रखता हूं। हमारा मकसद क्षेत्र का विकास और लोगों की समाज सेवा करना है। हमने अंता विधानसभा क्षेत्र के किसानों की समस्याओं को लेकर भी प्रदर्शन किया था और 2 दिसंबर को भी हम यूरिया की कमी को लेकर धरना देंगे। उपचुनाव में पैसे बांटने के आरोपों पर कहा कि यह भाजपा और उनके विरोधियों ने इस तरह का प्रोपेगेंडा फैलाया था लेकिन अंता की जनता ने अपने मताधिकार का प्रयोग करके उन्हें जवाब दे दिया है।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि उपचुनाव से पहले भाजपा के लोग बातें कर रहे थे कि अंता उपचुनाव सेमीफाइनल होगा और 28 में फाइनल लड़ेंगे लेकिन अंता की जनता ने भाजपा को आइना दिखा दिया है और अब इनकी समझ में भी आ गया है कि अंता उपचुनाव का परिणाम इतना खतरनाक साबित होगा कि राजस्थान का मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री का प्रमुख सचिव बदलवा दिया और आगे अब मंत्रिमंडल भी बदला जाएगा। भाजपा की सरकार ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाओं के नाम बदल दिए या फिर उन योजनाओं को बंद कर दिया। जूली ने राजस्थान में एसाईआर मुद्दे को लेकर कहा कि राजस्थान में इसकी कोई जरूरत नहीं थी, क्योंकि अभी यहां 3 साल के बाद विधानसभा चुनाव है लेकिन इस सरकार ने एसाईआर शुरू कर दिया है क्योंकि इन्हें निकाय और पंचायत चुनाव में हार का डर सता रहा है। राजस्थान में 6 महीने बाद या 1 साल के बाद भी एसाईआर किया जा सकता था लेकिन इस सरकार ने आनन फानन में एसआईआर की मंजूरी दे दी और अब बूथ लेवल ऑफिसर पर अनावश्यक प्रेशर डाला जा रहा है, इनसे सवाल करो तो कहते हैं कि हम घुसपैठियों का पता लग रहे हैं लेकिन इस सरकार को बताना चाहिए कि बिहार में एसआईआर करके 70 लाख लोगों के वोट काट दिए अब उनमें से कितने ऐसे लोग हैं जो घुसपैठियों थे। सरकार को इसके बारे में बताना चाहिए केवल बातें करने से काम नहीं चलेगा। कांग्रेस विधायक और अंता उपचुनाव के प्रभारी रहे अशोक चांदना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी में सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने एकजुटता के साथ काम किया और प्रमोद जैन भाया की मेहनत पर जनता ने मुहर लगाई है। आरोप प्रत्यारोप राजनीति का हिस्सा है और चुनाव में ऐसे आरोप लगाते रहते थे और इसके बिना राजनीति नहीं हो सकती है, लेकिन जनता इस तरह के आरोप प्रत्यारोप को पसंद नहीं करती है, इसलिए जनता ने अपना जवाब दे दिया है और आगे भी जनता इनको जवाब देगी। इस सरकार ने ग्रामीण ओलंपिक बंद किया, जबकि ग्रामीण ओलंपिक जैसे प्रोजेक्ट से ग्रामीण इलाकों की प्रतिभाएं सामने आई थी।

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