राजस्थान विश्वविद्यालय में ‘कर्मयोगी भारत निर्माण’ पर व्याख्यान आयोजित, समापन पर गोस्वामी ने की कई प्रबुद्धजनों को गीता भेंट
गोस्वामी कैदियों को कराते थे गीता का अध्ययन
राजस्थान विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में ‘कर्मयोगी भारत निर्माण: मानव अधिकार एवं राष्ट्रीय सुरक्षा’ विषय पर एक विशिष्ट व्याख्यान आयोजित हुआ
जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग में ‘कर्मयोगी भारत निर्माण: मानव अधिकार एवं राष्ट्रीय सुरक्षा’ विषय पर एक विशिष्ट व्याख्यान आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रामकृष्ण गोस्वामी, राष्ट्रीय अध्यक्ष, भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान ने भगवद गीता के कर्म विज्ञान के आधार पर आदर्श राष्ट्र निर्माण की अवधारणा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि यह यात्रा तिहाड़ जेल से प्रारंभ हुई, जहां वे कैदियों को गीता का अध्ययन कराते थे।
मुख्य अतिथि प्रो. नंद किशोर पांडेय ने गीता और रामचरितमानस को भारतीय संस्कृति की आत्मा बताया। अध्यक्षीय उद्बोधन में वरिष्ठ पत्रकार महेश शर्मा ने गीता से जुड़े अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा किए। छात्रों द्वारा पूछे गए प्रश्नों के उत्तर गोस्वामी जी ने गीता के श्लोकों के माध्यम से दिए। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनिल अनिकेत ने किया। समापन पर गोस्वामी ने कई प्रबुद्धजनों को गीता भेंट की। अंत में मुकेश शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

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