एसएमएस में बत्ती गुल : ना पर्ची कटी ना ओपीडी में मरीज देख सके डॉक्टर
परेशान होते रहे मरीज और उनके परिजन
राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में इस तरह की लापरवाही न केवल जनता की सेहत बल्कि सरकारी सेवाओं की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करती है।
जयपुर। प्रदेश के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल में गुरुवार सुबह धनवंतरी ओपीडी में आधे घंटे से ज्यादा समय तक बिजली गुल रही, जिससे अस्पताल में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बिजली गुल होने के कारण न तो ओपीडी पर्चियां कट पाई और ना ही मरीजों की जांच हो सकी। हजारों की संख्या में दूर-दराज से आए मरीज और उनके परिजन लंबे इंतजार के बाद भी ना डॉक्टर को दिखा पाए और ना ही जरूरी जांचें हो सकी। अस्पताल के कंप्यूटर सिस्टम, पर्ची मशीनें और अन्य मेडिकल उपकरण भी बिजली के बिना ठप हो गए। यह पहली बार नहीं है, जब एसएमएस अस्पताल में बिजली गुल हुई हो। बीते महीनों में कई बार ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं, मगर प्रशासन की ओर से अब तक कोई स्थाई समाधान नहीं किया गया है। अस्पताल प्रशासन के दावों के बावजूद न तो बैकअप जनरेटर पूरी क्षमता से कार्य कर रहे हैं और न ही कोई वैकल्पिक आपूर्ति तंत्र मजबूत किया है।
बड़ा सवाल: कब होगी जिम्मेदारी तय
राज्य के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में इस तरह की लापरवाही न केवल जनता की सेहत बल्कि सरकारी सेवाओं की विश्वसनीयता पर भी सवाल खड़े करती है। हर दिन सैकड़ों गंभीर मरीज इस अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकता का बार-बार बाधित होना अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर सवालिया निशान लगाता है।
सुबह से लगे थे लाइन में, नंबर आया तो बिजली गुल
एसएमएस अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों की हालत देखते ही बनती है। दूर दराज से इलाज की आस में आने वाले मरीज और उनके परिजन ओपीडी शुरू होने से पहले ही पर्ची बनवाने के लिए घंटों पहले ही लाइनों में खड़े रहते है। आज भी ऐसा ही हुआ था जब इलाज के लिए आए 65 वर्षीय रूपाराम ने बताया कि वह काफी देर से लाइन में ओपीडी की पर्ची के लिए लगा था, नंबर आया तो बिजली चली गई।
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