रक्तदान से स्वास्थ्य होता है बेहतर, एक यूनिट खून से तीन लोगों की बचाई जा सकती है जान
विश्व रक्तदाता दिवस आज: प्रदेश में कुल 224 ब्लड बैंक, इनमें 59 सरकारी और 165 निजी
शरीर 24 से 48 घंटों से लेकर दो सप्ताह में रक्त की पूर्ति कर लेता है। यही नहीं एक व्यक्ति द्वारा दान की गई रक्त की एक यूनिट तीन लोगों की जान बचा सकती है।
जयपुर। नोबेल पुरस्कार विजेता कार्ल लैंडस्टीनर, जिन्होंने रक्त समूह प्रणाली की खोज की थी, उनके जन्मदिन के उपलक्ष्य में हर वर्ष 14 जून को विश्व रक्तदाता दिवस मनाया जाता है। हमारे देश -प्रदेश में जरूरत के मुताबिक रक्त की आज भी कमी है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा रक्तदान की जरूरत है। रक्तदान के पीछे आज भी कई गलत धारणाएं हैं। जबकि रक्त दान करने से रक्तदाता का स्वास्थ्य बेहतर होता है, जैसे रक्तचाप नियंत्रण और आयरन स्तर संतुलन बना रहता है। शरीर 24 से 48 घंटों से लेकर दो सप्ताह में रक्त की पूर्ति कर लेता है। यही नहीं एक व्यक्ति द्वारा दान की गई रक्त की एक यूनिट तीन लोगों की जान बचा सकती है। रक्त दान प्रक्रिया न्यूनतम 10 से 15 मिनट में पूरी हो जाती है।
प्रदेश में ब्लड बैंक की स्थिति
स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक के मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. एसएस अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में कुल 224 ब्लड बैंक हैं। इनमें 59 सरकारी और 165 निजी ब्लड बैंक हैं। जयपुर में कुल 46 ब्लड बैंक हैं इनमें से नौ सरकारी और 37 निजी क्षेत्र में हैं। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि प्रदेश में सरकारी ब्लड बैंकों के मुकाबले निजी ब्लड बैंकों में स्वैच्छिक रक्तदान का प्रतिशत ज्यादा है। सरकारी में भी रक्तदान प्रतिशत बढ़ाए जाने की बेहद जरूरत है।
कौन कर सकता है रक्तदान
कोई भी 18 से 65 वर्ष का वह व्यक्ति जिसका न्यूनतम वजन 45 किलोग्राम है। जिसे कोई गंभीर बीमारी नहीं है वह रक्तदान कर सकता है। दो रक्तदान के बीच कम से कम तीन महीने का अंतर होना चाहिए।
कौन नहीं कर सकता
जिन लोगों को गंभीर बीमारियां हैं। जैसे हार्ट, कैंसर, खून से संबंधित बीमारियां, एचआईवी, हेपेटाइटिस, बीपी आदि के मरीजों को ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए। ऐसे लोगों का ब्लड दूसरे लोगों के ब्लड में ट्रांसफ्यूज करना खतरनाक हो सकता है और बीमारियां दूसरे व्यक्ति में पहुंच सकती हैं।
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