फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण पर संकट, नहरबंदी की आशंका से सरकार सतर्क
जनवरी माह में किसी भी समय नहरबंदी किए जाने की आशंका जताई जा रही
फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण के चलते जनवरी में नहरबंदी की आशंका जताई जा रही है, जिससे राजस्थान के रबी फसल वाले किसान चिंतित हैं। 26 दिसंबर को हरिके बैराज पर राजस्थान-पंजाब जल संसाधन विभाग की बैठक में वैकल्पिक पानी आपूर्ति पर चर्चा होगी। राज्य ने किसानों को पानी की कमी न होने की व्यवस्था सुनिश्चित की है।
जयपुर। रराजस्थान को मिलने वाले नहरी पानी की आपूर्ति से जुड़े फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण को लेकर एक बार फिर हालात संवेदनशील होते नजर आ रहे हैं। पंजाब सरकार द्वारा पुनर्निर्माण कार्य के चलते जनवरी माह में किसी भी समय नहरबंदी किए जाने की आशंका जताई जा रही है। इससे राजस्थान के किसानों, विशेषकर रबी की फसल के लिए नहर के पानी पर निर्भर क्षेत्रों में चिंता बढ़ गई है।
इसी मुद्दे को लेकर 26 दिसंबर को हरिके बैराज पर राजस्थान और पंजाब के जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की अहम बैठक प्रस्तावित है। बैठक में पंजाब द्वारा संभावित नहरबंदी की स्थिति में राजस्थान को वैकल्पिक मार्ग से पानी उपलब्ध कराने को लेकर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
राजस्थान जल संसाधन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राज्य के हितों की पूरी तरह रक्षा की जाएगी और नहरबंदी की स्थिति में भी किसानों को पानी की कमी नहीं होने दी जाएगी। विभाग ने स्पष्ट किया है कि वैकल्पिक व्यवस्था के जरिए राजस्थान को आवश्यक मात्रा में नहरी पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
गौरतलब है कि इस समय राजस्थान में रबी की फसल का दौर चल रहा है और सिंचाई के लिए नहर का पानी बेहद जरूरी है। ऐसे में फिरोजपुर फीडर से जुड़ा कोई भी निर्णय सीधे तौर पर किसानों की खेती और उत्पादन को प्रभावित कर सकता है। सरकार हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है।

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