मानसून की बंपर बारिश से 31 जिलों में भूजल स्तर में हुई बढ़ोतरी, नागौर-पाली में आई गिरावट
प्रदेश के 33 में से 31 जिलों में भूजल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई
इस वर्ष मानसून की बारिश के चलते भूजल स्तर में ऐतिहासिक बढ़ोतरी देखी गई है
जयपुर। इस वर्ष मानसून की बारिश के चलते भूजल स्तर में ऐतिहासिक बढ़ोतरी देखी गई है। भूजल विभाग ने अपनी मानसून सर्वे रिपोर्ट जारी करते हुए बताया कि प्रदेश के 33 में से 31 जिलों में भूजल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। प्रमुख जिलों में चित्तौड़गढ़ का नाम सबसे ऊपर है, जहां भूजल स्तर 14 मीटर तक बढ़ा है। इसके अलावा जयपुर जिले में 4.64 मीटर, झुंझुनूं में 3.31 मीटर, बांसवाड़ा और बारां में 6.68 मीटर, भीलवाड़ा में 10.89 मीटर और बूंदी में 11.50 मीटर की बढ़ोतरी हुई है।
हालांकि कुछ जिलों में भूजल स्तर में गिरावट भी देखी गई है। नागौर में रिचार्ज के मुकाबले भूजल दोहन 188 प्रतिशत तक बढ़ने के कारण अच्छे मानसून के बावजूद भूजल स्तर में गिरावट आई है। पाली जिले में भी -5.12 मीटर की गिरावट दर्ज हुई है। भूजल विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इन आंकड़ों से यह साफ है कि राज्य में जलवर्धन की दिशा में सकारात्मक बदलाव आया है, लेकिन जल दोहन और संरक्षण को लेकर सतर्कता बरतने की आवश्यकता है।
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