रंगों की रौनक में रंगेंगे मेहमान : जयपुर में धुलंडी फेस्टिवल का पर्यटकों पर चढ़ेगा खुमार, 14 मार्च को खासाकोठी में होगा धुलंडी महोत्सव

लोक कला, हर्बल गुलाल और पारंपरिक व्यंजनों से सराबोर होगी गुलाबी नगरी

रंगों की रौनक में रंगेंगे मेहमान : जयपुर में धुलंडी फेस्टिवल का पर्यटकों पर चढ़ेगा खुमार, 14 मार्च को खासाकोठी में होगा धुलंडी महोत्सव

हर साल की तरह इस बार भी जर्मनी, फ्रांस, इटली, इजरायल, अमेरिका जैसे अन्य देशों से आने वाले पर्यटकों के बीच इस रंगों के त्योहार को लेकर खास उत्साह देखने को मिलेगा।

जयपुर। रंगों, उमंग और सांस्कृतिक सौहार्द से सजे धुलंडी फेस्टिवल की तैयारियों को लेकर पर्यटन विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। गुलाबी नगरी की ऐतिहासिक विरासत और रंग-बिरंगे त्योहारों की परंपरा से प्रभावित होकर हर साल विदेशी पर्यटकों का हुजूम इस रंगोत्सव में शामिल होने पहुंचता है। इसी के तहत पर्यटन विभाग की ओर से 14 मार्च को होटल खासाकोठी में धुलंडी फेस्टिवल का आयोजन किया जाएगा। इसमें विदेशों से हिस्सा लेने आने वाले पर्यटक भारतीय संस्कृति की रंगीन छटा में डूबते नजर आएंगे।

नि:शुल्क प्रवेश और हर्बल होली का अनोखा संगम
पर्यटन विभाग की ओर से होने वाले धुलंडी फेस्टिवल में देशी-विदेशी पर्यटकों नि:शुल्क प्रवेश रहेगा। विभाग की ओर से उन्हें प्राकृतिक हर्बल गुलाल भी नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा। इससे पर्यावरण व स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूकता का संदेश जाएगा। इस अवसर पर पर्यटक लोक कलाकारों की रंगारंग प्रस्तुतियों का आनंद लेंगे और मटका रेस सहित विभिन्न पारंपरिक प्रतियोगिताओं में भाग लेकर भारतीय उत्सवों का जीवंत अनुभव प्राप्त करेंगे।

विदेशी मेहमानों में खास उत्साह
हर साल की तरह इस बार भी जर्मनी, फ्रांस, इटली, इजरायल, अमेरिका जैसे अन्य देशों से आने वाले पर्यटकों के बीच इस रंगों के त्योहार को लेकर खास उत्साह देखने को मिलेगा। पर्यटन विभाग के उप निदेशक उपेंद्र सिंह शेखावत ने बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य राजस्थान की लोक संस्कृति और पर्वों की वैश्विक पहचान को और मजबूत करना है। 

होलिका दहन बना आकर्षण का केंद्र
धुलंडी से पहले होने वाला होलिका दहन भी विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है। पर्यटन विशेषज्ञ संजय कौशिक के अनुसार होलिका दहन के पीछे की पौराणिक कथा, भारतीय संस्कृति की गहराई और उत्सवों की धार्मिक भावना विदेशी मेहमानों को खासा प्रभावित करती है। गोविंददेवजी मंदिर, सिटी पैलेस सहित अन्य जगहों पर होने वाले होलिका दहन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पर्यटक भी हिस्सा लेते हैं। 

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होटल्स के भी खास पैकेज
जयपुर के कई होटल और रिसॉर्ट्स ने भी धुलंडी फेस्टिवल को लेकर विशेष पैकेज बनाए हैं। होटल व्यवसायी रोहित गर्ग ने बताया कि पर्यटकों के लिए 4,000 से लेकर 50,000 तक के पैकेज उपलब्ध हैं। छोटे पैकेज में तीन घंटे के लिए म्यूजिक, स्नैक्स और हर्बल रंग शामिल हैं। वहीं बड़े पैकेज में 13 मार्च को होलिका दहन, कल्चरल नाइट, डिनर और 14 मार्च को डीजे डांस, हर्बल होली और डिनर पार्टी शामिल हैं।

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संस्कृति और पर्यटन का अद्भुत संगम
धुलंडी फेस्टिवल न केवल रंगों का उत्सव है, बल्कि यह भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और पर्यटन की संभावनाओं को भी बढ़ावा देने का सशक्त माध्यम बन रहा है। होली विदेशी पर्यटकों के लिए सांस्कृतिक आदान-प्रदान और भारत की अतिथि देवो भव: परंपरा से जुड़ने का अनुभव है।

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