आईपीएस हेमंत शर्मा ने अपनी हर तस्वीर के साथ हजारों शब्दों और भावों को किया प्रकट
फोटोग्राफी अनुभव के साथ, मैंने विभिन्न शैलियों का अन्वेषण किया है
इस प्रदर्शनी में मौजूद लगभग 70 तस्वीरों के द्वारा प्रकृति के सौंदर्य और क्षितिज के उस पार के आकर्षण को दर्शाने की कोशिश की है।
जयपुर। प्रकृति के सौंदर्य, जनजीवन की अकुलाहट, शहरों की गहमागहमी, जीवन के आंतरिक सौंदर्य और वास्तुशिल्प की बारीकियों को तस्वीरों में बेहद खूबसूरती से दर्शाया गया। कुछ ऐसा ही नजारा था वरिष्ठ अधिकारी आईपीएस हेमंत शर्मा की पहली एकल फोटोग्राफी एग्जीबिशन क्षितिज-द होराइजन के आयोजन का। जवाहर कला केंद्र के सुदर्शन आर्ट गैलरी में से आयोजित हुई इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में पुलिस महानिदेशक (सेवानिवृत्त) उमेश मिश्रा, जीएसटी प्रधान आयुक्त चेतन जैन, आयकर विभाग महानिदेशक रेनू अमिताभ, मानवधिकार आयोग के सदस्य अशोक गुप्ता सहित अन्य मौजूद थे। हेमंत ने प्रकृति के नजारों को तीसरी आंख से देखने का उनका जुनून उन्हें अपनी व्यस्त दिनचर्या के बाद भी कैमरा हाथ में लेने को प्रेरित किया।
आईपीएस हेमंत शर्मा ने बताया कि फोटोग्राफी मेरे लिए एक व्यस्त जीवन में मेडिटेशन की तरह है। सिलीसेढ़ झील की खूबसूरती को कैमरे में कैद कर मेरा फोटोग्राफी की ओर रुझान बढ़ा। जिसके बाद यूएन असाइनमेंटस के दौरान विदेशी लैंडस्केप को करीब से देखा और फोटोग्राफी की ओर पैशन गहराया। इस दौरान फोटोग्राफी से जुड़ी किताबें, आर्टिकल्स और टेक्निकल जानकारी से भी रूबरू हुआ। 24 साल के फोटोग्राफी अनुभव के साथ, मैंने विभिन्न शैलियों का अन्वेषण किया है। इस प्रदर्शनी में मौजूद लगभग 70 तस्वीरों के द्वारा प्रकृति के सौंदर्य और क्षितिज के उस पार के आकर्षण को दर्शाने की कोशिश की है।
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