दवा विक्रेता ने दुकान पर लगाया आरजीएसएस सेवाएं बाधित होने का बोर्ड
स्वास्थ्य योजना को ग्रहण लगता नजर आ रहा है
प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए शुरू की गई स्वास्थ्य योजना को ग्रहण लगता नजर आ रहा है। इस योजना में अधिकृत दवा विक्रेताओं को समय पर भुगतान नहीं मिलने के कारण वे इससे कन्नी काटने लगे है।
जयपुर। प्रदेश में सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए शुरू की गई स्वास्थ्य योजना को ग्रहण लगता नजर आ रहा है। इस योजना में अधिकृत दवा विक्रेताओं को समय पर भुगतान नहीं मिलने के कारण वे इससे कन्नी काटने लगे है। भुगतान के अभाव में एक दवा विक्रेता ने अपनी दुकान पर बोर्ड भी लगाया है, जिस पर लिखा है कि भुगतान अवरोध के कारण आरजीएसएस सेवाएं बाधित है। राज्य सरकार ने अपने 8 लाख कर्मचारियों और 5 लाख पेंशनर्स के लिए राजस्थान सरकार स्वास्थ्य योजना चालू की है। इसे अभी एक वर्ष में पूर्ण नहीं हुआ कि प्राइवेट मेडिकल स्टोर जिनको आरजीएचएस के तहत अधिकृत किया था। उन्होंने यह कह कर दवा देना बंद कर दिया कि राज्य सरकार उनका भुगतान नहीं कर रही है। इससे राजस्थान के पेंशनर्स को सबसे ज्यादा परेशान होना पड़ रहा है, क्योंकि वे अपने जीवन काल के आखिरी पड़ाव में हैं और उन्हें दवा की जरूरत है। पेंशनर समाज के कार्यकारी अध्यक्ष शंकर सिंह मनोहर ने मांग की है कि राज्य सरकार तुरंत अधिकृत प्राइवेट मेडिकल शॉप का भुगतान करें ताकि पेंशनर्स को आ रही दवा की परेशानी दूर हो सके।
हमने 20 मार्च तक का सभी को भुगतान कर दिया है। कुछ मामलों में ऑडिट ऑब्जेक्शन की वजह से भुगतान रुका हुआ है। भुगतान से पहले ऑडिट करवाएंगे। इस योजना में किसी तरह की बदमाशी बर्दास्त नहीं होगी।
- शिप्रा विक्रम, परियोजना निदेशक, आरजीएचएस

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