खोले के हनुमान मंदिर रोप-वे का लाइसेंस जारी, जल्द मिलेगी सौगात
85 मीटर ऊंचाई वाले प्रदेश के पहले स्वचालित रोप वे
जिला कलक्टर राजपुरोहित की पहल पर खोले के हनुमान मंदिर परिसर में प्रदेश का पहला स्वचालित और जयपुर का सबसे बड़ा पैसेंजर रोप वे का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। रोप वे का नाम अन्नपूर्णा माता रोप वे होगा।
जयपुर। खोले के हनुमान जी मंदिर के रोप वे निर्माण के लिए फर्म को रोप-वे अधिनियम के तहत जिला प्रशासन ने बुधवार को लाइसेंस जारी किया है। अब मंदिर में आने वाले श्रृद्धालुओं को सुविधा मिलेगी। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि लाइसेंस जारी होने से 85 मीटर ऊंचाई वाले प्रदेश के पहले स्वचालित रोप वे के निर्माण कार्य में तेजी आएगी। जल्द ही अन्नपूर्णा माता मंदिर से खोले के हनुमान मंदिर की पहाड़ी पर स्थित वैष्णों माता मंदिर तक पैसेंजर रोप-वे की सौगात यात्रियों को मिल सकेगी। गौरतलब है कि जिला कलक्टर राजपुरोहित की पहल पर खोले के हनुमान मंदिर परिसर में प्रदेश का पहला स्वचालित और जयपुर का सबसे बड़ा पैसेंजर रोप वे का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। रोप वे का नाम अन्नपूर्णा माता रोप वे होगा, जो प्रदेश का पांचवां और जयपुर जिले का सामोद हनुमानजी रोप वे के बाद दूसरा रोप वे होगा। अन्नपूर्णा माता मंदिर से खोले के हनुमान मंदिर की पहाड़ी पर स्थित वैष्णोंमाता मंदिर तक 436 मीटर लंबा रोप वे बनाया जा रहा है।
एक घंटे में सफर कर सकेंगे 800 यात्री
पांच टावरों पर संचालित होने वाले रोप वे की उंचाई 85 मीटर होगी। 24 ट्रॉली वाले इस रोप वे की क्षमता 800 यात्री प्रति घंटा होगी। जिला कलक्टर ने निर्माता फर्म को दो साल में रोप वे निर्माण के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा बड़ी प्राथमिकता है, इसलिए रोप वे निर्माण में गुणवत्ता का खास ध्यान दिया जाए। बाद में भी जिला प्रशासन द्वारा रोप वे के सुरक्षा मापदंडों की नियमित रूप से जांच की जाएगी।
बच्चों और बुजुर्गों को मिलेगी निशुल्क सफर की सौगात
कलक्टर ने कहा कि रोप वे निर्माण करने वाली फर्म को 0 से 5 आयुवर्ग वाले बच्चों और 70 साल से अधिक उम्र वाले बुजुर्गों के साथ दिव्यांगों को रोप वे में नि:शुल्क सफर कराया जाएगा। रोप वे की एक तरफ का सफर करीब साढ़े 4 मिनट में पूरा होगा इस दौरान यात्रियों को जयपुर का विहंगम दृश्य दिखाने के लिए ट्रॉली को बीच सफर में दो बार रोका जाएगा।

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