सुरक्षा और संरक्षण को लेकर अरण्य भवन में हुई बैठक : सीसीटीवी, ड्रोन सर्विलांस को और अधिक प्रभावी बनाते हुए टाइगर रिजर्व की निगरानी सुदृढ़ की जाएं- संजय शर्मा
कार्मिकों और स्थानीय लोगों का बीमा
बैठक में सांसद दुष्यंत सिंह, हरीश मीना, विधायक संदीप शर्मा, एसीएस फोरेस्ट आनंद कुमार, पीसीसीएफ हॉफ अरिजीत बनर्जी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
जयपुर। राज्य में बाघों के संरक्षण और टाइगर रिजर्व की प्रभावी सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गठित राजस्थान बाघ संरक्षण फाउंडेशन के शासी निकाय की तीसरी बैठक शुक्रवार को अरण्य भवन में हुई। इसकी अध्यक्षता वन राज्य मंत्री संजय शर्मा ने की। बैठक में रणथम्भौर, सरिस्का, रामगढ़ विषधारी, धौलपुर और मुकुंदरा हिल्स टाइगर रिजर्व में बाघों की वर्तमान संख्या, उनके मूवमेंट पैटर्न, मानव-वन्यजीव संघर्ष की स्थिति, निगरानी व्यवस्था में तकनीकी संसाधनों का उपयोग तथा बाघ संरक्षण से जुड़ी प्रमुख योजनाओं और भावी रणनीतियों पर चर्चा हुई। वन राज्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सीसीटीवी, ड्रोन सर्विलांस और ई-गश्त प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाते हुए टाइगर रिजर्व की निगरानी को सुदृढ़ किया जाए। शर्मा ने निर्देश दिए कि अभयारण्यों में आने वाले पर्यटकों के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं, स्वच्छता और रख-रखाव की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
कार्मिकों और स्थानीय लोगों का बीमा: वन विभाग कार्मिकों और टाइगर रिजर्व से सटे क्षेत्रों के निवासियों के लिए जीवन बीमा किए जा रहे हैं। फाउंडेशन की ओर से रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व में एक करोड़ रुपए के पेट्रोलिंग वाहन एवं एंटी-पोचिंग कैंप के लिए किए गए एमओयू का अनुमोदन हुआ। बैठक में सांसद दुष्यंत सिंह, हरीश मीना, विधायक संदीप शर्मा, एसीएस फोरेस्ट आनंद कुमार, पीसीसीएफ हॉफ अरिजीत बनर्जी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

Comment List