न्याय के देवता परशुराम जी साहस और आत्मबल देने वाले चिरंजीवी हैं : राज्यपाल
शोभायात्रा में बड़ी चौपड़ पर महाआरती में हुए शामिल
राज्यपाल ने कहा कि भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का जन्म के समय राम नाम रखा गया। महादेव ने जब उन्हें परशु नामक शस्त्र दिया तब वे परशुराम हो गए।
जयपुर। राज्यपाल कलराज मिश्र ने शस्त्र और शास्त्र के ज्ञाता चिरंजीवी भगवान परशुराम की शोभायात्रा में भाग लिया। बड़ी चौपड़ पर राज्यपाल ने भगवान की आरती उतारी। राजस्थान ब्राह्मण महासभा जयपुर महानगर जयपुर द्वारा आयोजित यह शोभायात्रा जलेब चौक से रवाना होकर बड़ी चौपड़ पहुंची थी। राज्यपाल ने कहा कि भगवान विष्णु के छठे अवतार भगवान परशुराम का जन्म के समय राम नाम रखा गया। महादेव ने जब उन्हें परशु नामक शस्त्र दिया तब वे परशुराम हो गए। न्याय के देवता परशुराम जी साहस और आत्मबल देने वाले चिरंजीवी है। वे शस्त्र और शास्त्र की भारतीय संस्कृति के संवाहक है। इसके पूर्व जलेब चौक से शोभायात्रा को कठिया परिवारचार्य स्वामी रामरतन देवाचार्य महाराज, हाथोज धाम के महामंडलेश्वर बालमुकुंदाचार्य महाराज सहित प्रमुख संत-महंतों ने पूजा-अर्चना कर रवाना किया। गगनभेदी जयकारों और भजनों की स्वर लहरियों के साथ शोभायात्रा जिधर से भी गुजरी श्रद्धालुओं ने उस पर पुष्प की वर्षा की। एक ही रंग की वेशभूषा में महिलाएं और साफे बांधकर पुरुष चल रहे थे। सबसे आगे खुले वाहन में भगवा ध्वज थामे युवा सवार थे।
परशुरामजी के साथ चले विभिन्न देवी-देवता
प्रथम पूज्य गणेश जी की वरमुद्रा की झांकी के साथ महाभारत की रचना करते गणपति, त्रिमुख शंकर भगवान, हनुमानजी महाराज भोलेनाथ की आरती करते, राम दरबार, भगवान परशुराम, सीना फाड़कर दिखाते बजरंगबली, परशुरामजी युद्ध, गोविंद देवजी, राधा कृष्ण, शिवलिंग पर शेषनाग, शेरावाली, मां, शिव परिवार, राम-सीता आशीर्वाद देते हुए हनुमानजी के कंधे पर, राम-लक्ष्मण, शिव-पार्वती, आशीर्वाद देते हनुमानजी की मनमोहक झांकियां भी सजे धजे चार ऊंट, घोड़े के पीछे बैंडबाजे वाले मधुर निकालते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा में सांसद घनश्याम तिवाड़ी, भाजपा नेता मंजू शर्मा, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, पूर्व मंत्री महेश जोशी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष आरआर तिवाड़ी, राजस्थान ब्राह्मण महासभा जयपुर महानगर के संरक्षक एसडी शर्मा, महानगर अध्यक्ष मोहनप्रकाश शर्मा सहित अनेक पदाधिकारी थे।

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