एसएमएस में मरीजों को राहत : डीडीसी काउंटर पर अनुपलब्ध दवाइयां लेने के लिए अब नहीं पड़ेगी साइन की जरूरत
चिकित्सा शिक्षा सचिव के निर्देश पर अस्पताल प्रशासन ने खत्म की सीनियर डॉक्टर्स के साइन की अनिवार्यता
डॉ. भाटी ने बताया कि काउंटर नंबर 10 और 11 के सामने ही फोटो कॉपी की सुविधा भी शुरू करवा रहे हैं, ताकि मरीज को काउंटर के सामने ही ओपीडी पर्ची, आईडी कार्ड की फोटो कॉपी फ्री मिल सके।
जयपुर। जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में आने वाले मरीजों के लिए राहत की खबर है। मरीजों को हो रही परेशानी को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा सचिव के निर्देश के बाद अब डीडीसी काउंटरों पर अन उपलब्ध दवाईयों को काउंटर नंबर 10, 11 से लेने के लिए अब मरीजों को अपनी पर्ची पर सीनियर प्रोफेसर या यूनिट हैड के साइन करवाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। दरअसल अभी हॉस्पिटल में ये व्यवस्था है कि जो दवाइयां मरीजों को डीडीसी काउंटर पर उपलब्ध नहीं होती है उस दवाई को हॉस्पिटल प्रशासन मरीज स्थानीय स्तर पर खरीद करके देता है। स्थानीय स्तर पर खरीदी गई दवाइयों को विशेष काउंटर 10, 11 से दिया जाता है। इसके लिए मरीज को अपनी ओपीडी पर्ची की फोटो कॉपी के साथ दो आईडी कार्ड की फोटो कॉपी पहले जमा करवानी होती है। इसे जमा करवाने के बाद उसी दिन या उसके अगले दिन मरीज को दवाई खरीद कर दी जाती है।
ऐसे मिलेगी राहत
विशेष काउंटर से दवाई लेने के लिए मरीज को अपनी ओपीडी पर्ची पर सीनियर प्रोफेसर या यूनिट के हैड के साइन जरूरी होते है। जबकि ओपीडी में अक्सर जूनियर डॉक्टर या रेजिडेंट ही बैठते हैं और वे ही मरीज को ओपीडी में देखने के बाद पर्ची पर दवाइयां लिखकर साइन करके सील लगाकर देते हैं। ऐसे में मरीज को सीनियर प्रोफेसर को ढूंढने और उसके साइन करवाने के लिए परेशान होना पड़ता था। अस्पताल अधीक्षक डॉ. सुशील भाटी ने बताया केवल कुछ चुनिंदा दवाइयां जो बाजार में काफी महंगी आती हैं, उन दवाइयों के लिए सीनियर प्रोफेसर या यूनिट हैड के साइन को अनिवार्य रखा है।
फॉटो कॉपी की सुविधा भी मिलेगी
डॉ. भाटी ने बताया कि काउंटर नंबर 10 और 11 के सामने ही फोटो कॉपी की सुविधा भी शुरू करवा रहे हैं, ताकि मरीज को काउंटर के सामने ही ओपीडी पर्ची, आईडी कार्ड की फोटो कॉपी फ्री मिल सके।

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