सतर्क रहें! धीरे-धीरे फिर पांव पसार रहा है कोरोना जयपुर में एक की मौत, प्रदेश में 8 रोगी मिले
देश में एक्टिव केस : 1009, सबसे ज्यादा केरल में 430, दिल्ली में 104
प्रदेश में कोरोना धीरे-धीरे फैलता जा रहा है। रविवार को जहां तीन ही मरीज मिले थे
जयपुर। प्रदेश में कोरोना धीरे-धीरे फैलता जा रहा है। रविवार को जहां तीन ही मरीज मिले थे। वहीं सोमवार को प्रदेश में 8 नए मरीज सामने आए हैं। वहीं जयपुर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एक मरीज की कोरोना से मौत हो गई है। यह इस साल कोरोना से हुई प्रदेश की पहली मौत है। 26 साल के जिस युवक की मौत हुई है, वह दो माह से टीबी से पीड़ित था और उसका इलाज चल रहा था। उसके कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि रविवार को ही हुई थी। सोमवार को उसकी मौत हो गई। हालांकि जयपुर में रेलवे स्टेशन पास एक और व्यक्ति की मौत कोरोना से बताई गई, लेकिन इसकी पुष्टि फिलहाल चिकित्सा विभाग ने नहीं की है। सोमवार को मिले 8 नए मरीजों में 3 जोधपुर के एम्स, एक उदयपुर के आरएनटी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, एक जयपुर के राजस्थान हॉस्पिटल, एक बी लाल जयपुर ओर एक ईएचसीसी हॉस्पिटल में मिला है।
दो दिन में 11 केस मिले, इस साल कुल 23 मरीज आए
प्रदेश में बीते दो दिन में कुल 11 केस सामने आए हैं। एक मौत हुई है। इससे पहले यानी जनवरी से लेकर बीते शनिवार तक प्रदेश में केवल मात्र 15 ही मरीज कोरोना पॉजिटिव मिले थे। जनवरी से अब तक के मरीजों में जयपुर में 6, उदयपुर-जोधपुर में 4-4, डीडवाना में 3, अजमेर में 2, बीकानेर-फलौदी-सवाईमाधोपुर में 1-1 व एक अन्य मरीज संभवत: बाहरी राज्य का शामिल है।
सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग को भेजे
जिन मरीजों के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। उनके स्वाब के सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए एसएमएस मेडिकल कॉलेज में जांच के लिए भेजे गए हैं। ताकि कोरोना के वैरिएंट का पता लग सके। हालांकि अब तक जो कोविड के केस बताए जा रहे हैं वे ओमिक्रॉन कोविड वायरस के वैरिएंट जेएन-1 के बताए गए हैं। लेकिन जीनोम सिक्वेंसिंग के बाद ही पुष्टि हो सकेगी, कि कौनसा वैरिएंट कोविड फैला रहा है।
जल्द जारी हो सकती है नई गाइडलाइन
देश-प्रदेश में हालांकि कोरोना के मामलों की संख्या अभी तक काफी कम है, लेकिन उसकी धीरे-धीरे बढ़ती रफ्तार के चलते केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और प्रदेश का चिकित्सा विभाग अलर्ट है। अगर केस बढ़े तो जल्द ही कोरोना संक्रमण से बचाव, नियंत्रण और इलाज सहित दवाइयों को लेकर गाइडलाइन जारी हो सकती है। अस्पतालों को भी इसके अनुरूप तैयारियां करने के निर्देश दिए जा सकते हैं।
दे श-दुनिया में फिलहाल जो मरीज मिले हैं, उनमें कोविड के माइल्ड वैरिएंट जेएन-2 होने की संभावना है। लेकिन अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है, मरीज किस वैरिएंट के ज्यादा हैं। जांच के बाद ही पता लग सकेगा। ’
- डॉ.वीरेन्द्र सिंह, सीनियर फिजिशियन, जयपुर।

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