जयपुर में ब्लैक आउट का दिखा असर : शहर के अधिकांश हिस्सों में रहा अंधेरा, कहीं रही रोशनी
सड़कों पर नहीं रूके वाहन
पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के समस्त स्मारकों और संग्रहालयों को बुधवार को सायं 6.30 बजे से बंद रखा गया।
जयपुर। पहलगाम में हुए हमले के बाद युद्धाभ्यास के लिए केन्द्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन की पालना में बुधवार को जयपुर में ब्लैक आउट का असर रहा। हालांकि आमजन ने इसमें सहयोग किया और घरों की लाइटें बंद रखी। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने ब्लैक आउट को सफल बनाने के लिए पुलिस, नगर निगम, जयपुर मेट्रो सहित विभिन्न विभागों को इसकी पालना के निर्देश दिए थे। शहर के कुछ स्थानों पर ब्लैक आउट के दौरान रोड लाइटे जलती रही।
सड़कों पर नहीं रूके वाहन
ब्लैक आउट के दौरान जिला कलक्टर ने सड़कों पर चलने वाले वाहनों के लिए गाइडलाइन जारी की थी, जिसके अनुसार ब्लैक आउट के समय वाहनों को रोड किनारे लगातार वाहनों को बंद करना थी, लेकिन शहर के विभिन्न मार्गों पर वाहनों का निर्बाध आवागमन रहा। हालांकि इसके लिए पुलिस की गाड़ियां सड़कों पर वाहनों को बंद करवा रही थी, लेकिन कुछ देर बाद फिर से वाहन लाइट जलाकर चलते रहे।
इनका कहना है...
आमजन के लिए ब्लैक आउट पहला अनुभव था। फिर भी काफी हद तक ब्लैक आउट सफल रहा है और जल्द ही इसमें इम्प्रूव होगा।
-डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी, जिला कलक्टर
पुलिस भी रही सतर्क
युद्ध या हवाई हमले की आपात स्थिति में निपटने के लिए पुलिस बुधवार रात को ब्लैक आउट के दौरान पूरी तरह सतर्क रही। इससे कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनी रही। पुलिस मुख्यालय की ओर से जारी दिशा-निर्देशों की पालना सुनिश्चित कराने के लिए जयपुर कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ ने मॉनिटरिंग की। प्रदेश में डीजीपी और इंटेलीजेंस विभाग को अलग-अलग निर्देश मिले थे। डीजी पुलिस ने सभी थाना स्तर के अधिकारियों को निर्देशित किया था कि ब्लैकआउट के दौरान कानून व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। इसके तहत सभी बीट प्रभारी ने अपने-अपने क्षेत्राधिकार में स्थित क्षेत्रों में ब्लैकआउट तय कराया। क्षेत्रों में मॉक ड्रिल के लिए कमांडरों की नियुक्ति की गई।
जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाए : नागरिक सुरक्षा गतिविधियों के संचालन के लिए जिलों में नियंत्रण कक्ष बनाए।
लाइट एंड साउंड शो भी रहा बंद
पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग के समस्त स्मारकों और संग्रहालयों को बुधवार को सायं 6.30 बजे से बंद रखा गया। इस दौरान आमेर महल में संचालित लाइट एण्ड साउंड शो भी बंद रखा गया। पुरातत्व विभाग के निदेशक डॉ.पंकज धरेन्द्र ने आदेश जारी किए। हवामहल स्मारक के मुख्य भाग की ओर पर्यटकों और जयपुर रनर क्लब के सदस्यों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की खुशी मनाई।

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