इंटरलॉकिंग से ईटे निकलने शुरू, खस्ताहाल सड़क
सातलखेड़ी गांव के अधिकांश वार्डों की हालत जस के तस
आमजन को हो रही आवाजाही में परेशानी।
सातलखेड़ी। सातलखेड़ी कस्बे के कई वार्ड में पाइप लाईन सही करने के बाद सड़कों को वापस से रिपेयर नहीं किया जाता। जिससे आमजन को आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सातलखेड़ी कस्बे की गलियों की इटरलॉकिंग सड़को को बने करीबन 8 साल होने में आ आए है। सातलखेड़ी की सभी छोटी बड़ी गलियों मे इंटर्लोकिंग की गई हैं। वही पी एच डी विभाग द्वारा पाइप लाईन सही करने के लिए खोदे गए गड्डे से एक एक कर इंटलोकिंग की ईटे निकलना शुरू हो जाती है। जिससे पंचायत द्वारा बनाई गई गलियों की सड़के ख़राब हो जाती हैै। इससे पंचायत को वापस से गलियों मे सड़के बनवानी पड़ेगी। इससे केवल पीएचडी विभाग सरकार को घाटा लगाने का काम कर रहीं है। अगर पी एच डी विभाग द्वारा खोदी गई सड़के समय पर रिपेयर करवा दी जाए तो सरकार को एक बड़ा निकसान होने से बचाया जा सकता है और उस ही फंड को पंचायत के अन्य कार्य मे लगाया जा सकता है।
वार्ड नंबर 4 एवं 5 की सड़कों के बिगड़े हालात
सातलखेड़ी कस्बे के वार्ड नंबर 4, 5 के सड़को के हालात इस कदर हो गए हैँ की थोड़ी थोड़ी दुरी पर सड़के खोदी गई हैै। जिससे वार्ड वासियो का चलना तक मुश्किल हो गया हैै। पी एच डी विभाग द्वारा सड़को को जगह जगह खोदकर उस ही हालात मे छोड़ दिया है। इससे मोहल्ले वासियो को परशानी का सामना करना पड़ रहा है।
दो पहिया वाहन की परेशानी
वार्ड नंबर 4, 5 से निकलने वाले दो पहिये वाहन चालकों का कहना है कि यह सड़क जगह से खुदी हुई है। इससे हमारी बाइक निकलने मे परशानी होती और खोदी हुई सड़को मे कई बार पानी भी भरा रहता है। इससे फिसलने का भी डर बना रहता है।
भारी वाहन की परेशानी
सातलखेड़ी कस्बे मे प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत हर गलियों मे मकानों का काम चल रहा है। वही वार्ड नंबर 4,5 मे भी कई घरों का काम चल रहा हैजिससे पक्के पत्थर की चुरी से भरे टेक्टर ट्रॉली व ईटो से भरे टेक्टर ट्रॉली पी एच डी विभाग द्वारा खोदी गई सड़को मे फस जाती है जिसको निकालने मे कई परशानी का सामना करना पड़ता है और कई बार तो टेक्टर ट्रॉली फंसने के बाद भरे हुई ईट व चुरी को वही खाली करना पड़ता है। जिससे डबल मेहनत करनी पडती है।
सड़कों का मरम्मत कार्य कर जल्द ही सही करवा दिया जाएगा।
- बच्चू सिंह मीणा, एईएन, पीएचईडी विभाग

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