तकनीकी खामी ने रोकी जनाधार पोर्टल की रफ्तार, आमजन चक्कर लगाने को हो रहे मजबूर
अपग्रेड वर्जन 2.0 लॉन्च के बाद आई दिक्कत
पुराने जन आधार पोर्टल की जगह नया अपग्रेड वर्जन लांच करने के बाद जिले में जन आधार कार्ड से जुड़े काम प्रभावित हो रहे हैं
कोटा। पुराने जन आधार पोर्टल की जगह नया अपग्रेड वर्जन लांच करने के बाद जिले में जन आधार कार्ड से जुड़े काम प्रभावित हो रहे हैं। जन आधार कार्ड केवल पहचान पत्र के रूप में ही काम नहीं आता, बल्कि इसका उपयोग सरकारी सुविधाओं और योजनाओं का लाभ लेने में होता है। जन आधार कार्ड अनुदान, छात्रवृत्ति और सार्वजनिक वितरण प्रणाली का आधार है। नया राशन कार्ड बनाने, पेंशन योजनाओं में पंजीकरण कराने सहित अनेक ऐसे कार्य है, जो जन आधार कार्ड के बिना संभव नहीं। पोर्टल का नया अपग्रेड वर्जन लांच किए जाने के बाद जन आधार कार्ड से सम्बंधित कायों में परेशानी आ रही है। पोर्टल लॉच होने के बाद से इसमें तकनीकी खामी आ गई है। इसके चलते आमजन को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जन आधार कार्ड से जुड़े काम
- छात्रवृत्ति आवेदन
- अनुदान का लाभ
- सार्वजनिक वितरण प्रणाली
- पेंशन योजना का लाभ
- नया राशन कार्ड
सुविधा का दावा हो गया हवा
दरअसल, विभाग ने पुराने जन आधार पोर्टल की जगह नया अपग्रेड वर्जन 2.0 लॉन्च किया है। लॉन्चिंग के समय दावा किया गया था कि नया पोर्टल ज्यादा अत्याधुनिक, तेज और पारदर्शी होगा, लेकिन जैसे ही इसे लागू किया गया, तकनीकी खामियां सामने आने लगीं। नतीजा यह हुआ कि न तो नए जन आधार कार्ड बन पा रहे हैं और न ही पुराने कार्ड अपग्रेड हो रहे हैं। जन आधार कार्ड बनाने के लिए लोग रोजाना ई-मित्र और जन सेवा केन्द्रों पर चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनके जन आधार कार्ड नहीं बन रहे। जानकारी के अनुसार पुराने की जगह नया पोर्टल लांच करते समय विभाग ने कर्मचारियों को प्रशिक्षण तक नहीं दिया। इस कारण भी दिक्कत आ रही है। परेशान हो रहे लोगों का कहना है कि जब तक नए पोर्टल की तकनीकी खामियां दूर नहीं होती, तब तक पुराने से काम चलाना चाहिए। अब तो रोजाना ई-मित्र केन्द्रों पर दौड़ लगानी पड़ रही है।
यहां पर ज्यादा आ रही परेशानी
जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अभयपुरा निवासी राम सिंह व लोकेश ने बताया कि आॅनलाइन साधनों की कमी के कारण वे पूरी तरह से ई-मित्र और जनसेवा केन्द्रों पर निर्भर हैं। यह दोनों केन्द्र उनके गांव से करीब पांच किमी दूर हैं। ऐसे में जनाधार से सम्बंधित कार्य के लिए लम्बी दूर तय करनी पड़ रही है। जब वह केन्द्रों पर जाते हैं तो वहां पर तकनीकी खामी बताकर काम करने से मना कर देते हैं। इससे निराश होकर लौटना पड़ रहा है। रोजाना काफी संख्या युवा और ग्रामीण विभिन्न योजनाओं के लाभ के लिए आॅनलाइन आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। जन आधार कार्ड आमजन के लिए केवल पहचान पत्र ही नहीं, बल्कि सरकारी योजनाओं और सुविधाओं का पासपोर्ट है। अनुदान, छात्रवृत्ति, सार्वजनिक वितरण प्रणाली, पेंशन योजनाएं और नया राशन कार्ड बनाने जैसे तमाम काम जन आधार कार्ड पर आधारित हैं।
इनका कहना
बेटी की छात्रवृत्ति के लिए जन आधार अपडेट करवाना जरूरी है, लेकिन पिछले कई दिन से ई-मित्र पर सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है।
- रामस्वरूप, निवासी रायपुरा
पेंशन योजना में पंजीकरण के लिए जन आधार चाहिए। कई बार ईमित्र पर गई, लेकिन पोर्टल में तकनीकी खामी से काम नहीं हो रहा है।
- गंगादेवी, वृद्धजन
सरकार ने अचानक नया वर्जन लागू कर दिया गया। पिछले कुछ समय से तकनीकी खामी के कारण जनाधार से सम्बंधित कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
- राकेश श्रंगी, ई-मित्र संचालक
नए पोर्टल में जो भी तकनीकी खामियां सामने आई हैं, उन्हें दूर करने का काम जारी है। जल्द ही पोर्टल सुचारु रूप से काम करने लगेगा।
- जुगल कुमार, नायब तहसीलदार

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