टपक रही छत, भू-अभिलेख के रिकॉर्ड भीगे
लाखों रुपए की मरम्मत के बाद भी नहीं सुधरे तहसील कार्यालय के हालात
क्षेत्र में पिछले तीन-चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते पूरा तहसील कार्यालय छत से गिरते पानी से लबालब हो गया।
शाहाबाद। दो साल पूर्व तहसील कार्यालय की छतों की मरम्मत पर लाखों रूपए खर्च किए, उसके बावजूद हालात जस के तस रहे। क्षेत्र में पिछले तीन-चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के चलते पूरा तहसील कार्यालय छतों से गिरते पानी से लबालब हो गया। शाहाबाद के तहसील कार्यालय में बारिश का पानी टपकने से कार्यालय के गैलरी समेत सभी कक्ष पानी से तर बतर हो रहे हैं जिन्हें बरसाती से ढक कर भू अभिलेख शाखा रिकॉर्ड रूम रीडर शाखा मॉडर्न रिकॉर्ड के पीछे का कमरा मीटिंग हॉल पाचरान कक्ष टीआर कक्ष जमादार कक्ष राजस्व कक्ष इन सभी कमरों में एवं गैलरी में खड़े होने तक की जगह नहीं रहती है।
बारिश हो जाने की एक या दो दिन बाद तक यह छत टपकती रहती है। जिसके कारण आमजन समेत कार्मिकों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। बारिश के कारण रिकॉर्ड रूम में पुराना रिकॉर्ड भीग चुका है। हालांकि बरसाती से ढक कर रखना पड़ रहा है। हालांकि इन दिनों किसान अपने खेतों को क्रय विक्रय करते हैं तो वही अपनी जमीन की सीमाज्ञान रिकॉर्ड नकल देखने आते हैं ऐसे में बारिश के पानी के चलते पंखा विद्युत लाइन फ र्नीचर आदि का नुकसान होता है। जिससे प्रतिवर्ष इन उपकरणों को खरीदने के लिए सरकार का अतिरिक्त खर्च वहन करना पड़ता है जबकि यह छत वर्ष पूर्व दो ही नवीनीकरण किया गया था लेकिन प्रतिवर्ष यही हाल रहता है।
समस्या को लेकर पूर्व में भी हुई थी शिकायत
लगभग दो साल पहले हुई थी तहसील कार्यालय की मरम्मत लगभग दो साल पहले तहसील कार्यालय की मरम्मत का कार्य सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वारा कराया गया था। जिसमें लाखों रुपए लगे थे इसके बाद भी बारिश में वह टपकने लग गया था इसकी शिकायत सर्वजनिक निर्माण विभाग में की गई थी परंतु हालात जस के तस बने हुए हैं। लाखों रुपए खर्च होने के बाद भी तहसील कार्यालय में रिकॉर्ड आदि रखने के लिए जगह नहीं बची है। कहीं बैठने के लिए भी जगह नहीं दिखाई देती जबकि डिजीटल इंडिया के तहत सारे काम आॅनलाइन होने लगे हैं। ऐसे में कंप्यूटर आदि खराब होने का भी खतरा बना रहता है।
अधिकारी मामले को लेकर नहीं है गंभीर
शाहाबाद तहसील कार्यालय में दर्जनों पद रिक्त होने के चलते क्षेत्रवासियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है शाहाबाद मुख्यालय के अंतिम गांव की दूरी लगभग 40 से 45 किलोमीटर है लेकिन वहां से इतनी दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय के तहसील कार्यालय पर काम करवाने आते हैं लेकिन रिक्त पदों के चलते कर्मचारियों पर अतिरिक्त बाहर होने के कारण कई बार कार्यालय के चक्कर लगाने के लिए विवश होना पड़ता है जबकि उक्त जानकारी उच्च अधिकारियों को दो वर्ष पूर्व अवगत करवा दिया लेकिन अभी तक भी इस मामले को अधिकारी गंभीर नहीं ले रहे है। कोई राहत नजर नहीं आ रही है। तहसील कार्यालय में विभिन्न पदों पर 82 कार्मिक तैनात होने चाहिए लेकिन रिक्त पदों के चलते मात्र 39 कार्मिक ही तैनात हैं। ऐसे में कैसे हो पूरी तहसील के कार्यों का समय पर काम। तहसील कार्यालय के भू अभिलेख शाखा में कानूनगो के 12 पद स्वीकृत हैं। जिनमें से मात्र 4 पद ही भरे हुए हैं 8 पद रिक्त पड़े हुए हैं शाहाबाद क्षेत्र को 35 पटवार मंडलों में बांटा गया है लेकिन 16 मंडल के पटवारियों के पद भरे हुए हैं जबकि 17 पटवार मंडल का अतिरिक्त भार भी इन्हीं पर है सहायक कर्मचारी के 4 पद स्वीकृत हैं। जिनमें से 1 पद रिक्त हैं जबकि भू अभिलेख शाखा मैं विभिन्न पदों के रिक्त चलते समय पर काम नहीं हो पा रहे हैं।
वही तहसील कार्यालय में सहायक प्रशासनिक अधिकारी का एक स्वीकृत पद है वह भी रखते हैं सूचना सहायक अधिकारी का एक पद है वह भी रखते हैं कार्यालय सहायक अधिकारी का एक पद है वह भी रखते कनिष्ठ लेखाकार का एक पद स्वीकृत है वह भी रखते हैं तहसीलदार राजस्व लेखाकार 1 पद स्वीकृत है वह भी रिक्त है वरिष्ठ लिपिक पद चार स्वीकृत हैं जिनमें से एक पद रिक्त पड़ा हुआ है। कनिष्ठ लिपिक के 5 पद स्वीकृत हैं जिनमें दो रखते हैं सहायक कर्मचारियों के 12 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 2 पद रिक्त पड़े हुए हैं। जमादार का एक पद स्वीकृत है वह भी रिक्त पड़ा हुआ है तो वही तहसीलदार के वाहन चालक का एक पद स्वीकृत है वह भी रिक्त हैं तहसील कार्यालय में पड़े रिक्तियों के चलते आमजन के कैसे कार्य पूर्ण किए जाते होंगे रिक्त पड़े पदों से ही अंदाजा लगाया जा सकता है।
तहसील में कई पद रिक्त पड़े हुए हैं छतों से पानी आ रहा है। ऐसे में रिकॉर्ड आदि भी खराब हो रहा है। तहसील के कार्य प्रभावित हो रहे हैं क्योंकि आजकल डिजिटल काम अधिक हो गया जिसमें कंप्यूटर आदि से काम होता है तो बरसात में उपकरण आदि खराब होने का भी डर रहता है।
- कुबेर सिंह यादव, एडवोकेट, शाहाबाद।
बरसात होने से कार्यालय तहसील में बरसात का पानी छत से टपक रहा है जबकि सबसे अधिक रजिस्ट्री एवं अन्य किसानों के काम तहसील से होते हैं। ऐसे में तहसील से लगातार पानी टपकने से लोगों को परेशानी होती हैं। तहसील महत्वपूर्ण कार्यालय है। ऐसे कार्यालय में पानी आना बहुत ही दुखद घटना है शीघ्र मरम्मत कराई जानी चाहिए।
- शिवदयाल शर्मा, किसान।
बारिश के चलते तहसील भवन की पूरी छत से पानी टपक रहा है। जिससे कार्मिक एवं आमजन परेशान है। समस्या को लेकर संबंधित विभाग एवं जिला कलक्टर को अवगत करवा दिया गया। कार्यालय में रिक्त पद है। जिससे काम का अतिरिक्त भार है।
- शिवनारायण रावत, तहसीलदार।
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