नियम विरूद्ध बने स्पीड ब्रेकर बन रहे हादसों का सबब, आए दिन हो रहे हादसे
रिफलेक्टर और पट्टियां लगाने की मांग
जमीतपुरा कस्बे में तालेड़ा और केशवरायपाटन मुख्य मार्ग पर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जमीतपुरा के सामने सड़क के दोनों ओर छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए स्पीड ब्रेकर अब दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं
सुवासा। जमीतपुरा कस्बे में तालेड़ा और केशवरायपाटन मुख्य मार्ग पर स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय जमीतपुरा के सामने सड़क के दोनों ओर छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए स्पीड ब्रेकर अब दुर्घटनाओं का कारण बन रहे हैं। ये ब्रेकर मानकों के अनुसार नहीं बनाए गए हैं, जिससे खासतौर पर दोपहिया वाहन चालकों को भारी परेशानी हो रही है। रात के समय मोटरसाइकिल सवार इन ब्रेकरों को सही से देख नहीं पाते, जिससे उनकी गाड़ियां असंतुलित हो जाती हैं। इससे कई बार पीछे बैठे यात्रियों, खासकर महिलाओं, को चोटें आई हैं। वहीं, चारपहिया वाहनों, विशेषकर किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को भी इन ब्रेकरों से परेशानी हो रही है। स्पीड ब्रेकर न दिखने के कारण ट्रॉलियों के डाले खुल जाते हैं और उनमें रखा सामान जैसे धान सड़क पर बिखर जाता है। कई बार ट्रैक्टर और अन्य गाड़ियों के एक्सल टूटने की घटनाएं भी सामने आई हैं।
रिफलेक्टर और पट्टियां लगाने की मांग
ग्रामीणों ने सार्वजनिक सड़क निर्माण कंपनी से मांग की है कि इन स्पीड ब्रेकरों पर सफेद रंग की रिफ्लेक्टर पट्टियां लगाई जाएं, ताकि रात के समय ये आसानी से नजर आ सकें। इसके अलावा, नियमों के अनुसार ब्रेकर से 50 से 80 मीटर पहले चेतावनी बोर्ड लगाने और ब्रेकर पर थर्मोप्लास्टिक बार मार्किंग की भी मांग की गई है।
मानकों का उल्लंघन
विशेषज्ञों के अनुसार, स्पीड ब्रेकर लगाने के लिए नियमों का पालन करना अनिवार्य है। ब्रेकर के पास सूचनात्मक बोर्ड और स्पष्ट मार्किंग होना चाहिए, लेकिन कस्बे में इन मानकों की अनदेखी कर मनमाने तरीके से स्पीड ब्रेकर बना दिए गए हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही इन समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो ये स्पीड ब्रेकर गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं। प्रशासन और सड़क निर्माण कंपनी से जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाने की अपील की गई है।
ग्राम सेवा सहकारी के सामने बने स्पीड ब्रेकर पर वाइट पट्टी नजर नहीं आने पर दुर्घटनाएं होती रहती हैं। स्पीड ब्रेकर पर व्हाइट मार्किंग करवाने के लिए पीडब्ल्यूडी विभाग से कई बार मांग कर चुके हैं।
- मुकेश मेघवाल, सहकारी व्यवस्थापक
जमीतपुरा सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सामने स्पीड ब्रेकर लगवाने की मांग की थी। अब स्पीड ब्रेकर लगने के बाद आए दिन ब्रेकरों पर दो पहिया वाहन चोटग्रस्त होते रहते हैं। कई बार रात के समय किसानों के ट्रॉली का डाला खुल जाता है। जिससे दुर्घटना को अंदेशा रहता है।
- पप्पू दिन जमीतपुरा निवासी
सीनियर सेकेंडरी स्कूल के सामने छात्र-छात्राओं का आए दिन दुर्घटना होने के कारण स्पीड ब्रेकर की मांग कर लगवाए थे। लेकिन वही ब्रेकर अब दुर्घटना को अंजाम दे रहे हैं। ब्रेकर रात के समय नजर नहीं आने से दुर्घटनाएं आए दिन होती रहती हैं। अगर ब्रेकर पर रेडियम पट्टी लग जाए तो दुर्घटना होने से बच सकेंगे वाहन चालक।
- सुनील वर्मा
मैंने आठ दिन पहले ही जॉइनिंग ली है। मुझे जानकारी नहीं थी आपके द्वारा मुझे जानकारी मिली है। मैं पूरी जानकारी करके एक-दो दिन में व्हाइट पट्टी करवा दूंगा। जिससे आमजन को ब्रेकर दिख जाएंगे और जिससे कोई परेशानी नहीं होगी ।
- शेखर चंद्र मीणा,सहायक अभियंता सार्वजनिक निर्माण
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