प्रदेश में पहली बार खाकी की होली फीकी : 11 सूत्री मांगों को लेकर किया जवानों ने बहिष्कार, केवल अधिकारी ही पहुंचे
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार को घेरा
प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब पुलिस कर्मियों ने होली से दूरियां बनाई हैं। होली के दो दिन बाद पुलिस लाइन और थानों में मनाई जाने वाली होली में शनिवार को केवल अधिकारी ही पहुंचे और जवानों ने बहिष्कार किया
जयपुर। प्रदेश में ऐसा पहली बार हुआ है, जब पुलिस कर्मियों ने होली से दूरियां बनाई हैं। होली के दो दिन बाद पुलिस लाइन और थानों में मनाई जाने वाली होली में शनिवार को केवल अधिकारी ही पहुंचे और जवानों ने बहिष्कार किया। अपनी 11 सूत्रीय मांगों के चलते सिपाही से लेकर निरीक्षक स्तर के कर्मियों ने सोशल मीडिया के जरिए होली का बहिष्कार करने के लिए अभियान चलाया था, जो काफी सफल रहा। प्रदेश के विभिन्न जिलों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अधिकांश लाइनों और थानों में टेंट खाली रहे। हालांकि कुछ जिलों में जमकर होली मनाने के समाचार हैं। परम्परा है कि होली के त्योहार पर दो दिन व्यस्त रहने के कारण पुलिसकर्मी तीसरे दिन होली मनाते हैं। इसके लिए लाइन और थानों में होली उत्सव के लिए पूरी व्यवस्था की जाती है। पुलिस के कप्तान सिपाहियों के साथ जमकर होली खेलते हैं और ठुमके लगाते हैं, लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। जयपुर कमिश्नरेट में पुलिस लाइन में पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसफ होली मनाने पहुंचे थे, लेकिन वहां पुलिस कर्मी नजर नहीं आए। जयपुर ग्रामीण, भीलवाड़ा, जोधपुर, उदयपुर समेत कई जिलों में पुलिस लाइने खाली रही। कोटा, भरतपुर, पाली और सवाईमाधोपुर में पुलिस कर्मियों की ओर से होली खोलने के समाचार मिले हैं।
इन मांगों को लेकर किया विरोध
पुलिस कर्मियों ने अपनी 11 मांगों को लेकर होली का बहिष्कार किया। इनमें पुलिस कांस्टेबल की ग्रेड पे 2400 में बढ़ोतरी करने, कांस्टेबल से निरीक्षक स्तर की डीपीसी करने, जनसंख्या के आधार पर नफरी बढ़ाने, हाई ड्यूटी अलाउंस के अलावा मासिक रिस्क अलाउंस 5000 करने, साप्ताहिक अवकाश देने, मैस भत्ता 5000 करने, वर्दी भत्ता 10000 करने, तबादला नीति में संशोधन करने, पेट्रोल भत्ता चालू करने, थाने में पदस्थापन पर एफटीए राशि 1000 देने और आरएएसी कंपनी को रोटेशन प्रणाली में संशोधन करने की मांग शामिल हैं।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार को घेरा
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस मुद्दे पर भजनलाल सरकार को घेरा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा कि पुलिसकर्मियों द्वारा होली का बहिष्कार करने पर मजबूर होना बहुत ही पीड़ादायक हैं। बजट विनियोग विधेयक पर बोलते हुए मैंने पुलिसकर्मियों की मैस भत्ता बढ़ाने एवं डीपीसी से प्रमोशन की मांग को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के सामने उठाया था। आगे भी कांग्रेस पार्टी पुलिसकर्मियों की जायज मांगों को सरकार के सामने मजबूती से उठाएगी। मेरी मुख्यमंत्री से अपील है कि पुलिसकर्मियों की मांग पर सकारात्मक निर्णय करें।
सीएम ने ली जानकारी
पुलिसकर्मियों की ओर से होली का बहिष्कार करने के मामले को लेकर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पुलिस महानिदेशक यूआर साहू और गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आनंद कुमार से तथ्यात्मक जानकारी ली। गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने कहा कि पुलिसकर्मियों की पदोन्नति की प्रक्रिया जारी है। संसदीय मंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि राज्य सरकार पुलिस कर्मचारियों के प्रति सकारात्मक सोच रखती हैं।
नेताओं ने की बयानबाजी
प्रदेश में पुलिस कर्मियों की ओर से होली का बहिष्कार करने को लेकर राजनेताओं ने भी बयानबाजी की है। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि कल प्रदेशभर में शांतिपूर्ण होली के आयोजन में योगदान देने वाले पुलिसकर्मी शनिवार को बहिष्कार कर रहे हैं। गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से इस मामले में हस्तक्षेप करने और पुलिसकर्मियों की मांगों पर सकारात्मक निर्णय लेने की अपील की। मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने भी ट्वीट कर पुलिस कर्मियों से होली मनाने का आग्रह किया। उन्होंने एक्स पर लिखा कि आपकी जो भी मांगें हैं, वह मुख्यमंत्री तक पहुंचा कर रहूंगा।
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