एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का अरण्य भवन जयपुर में आयोजन, 58 प्रतिभागियों ने लिया भाग
जल संरक्षण तथा प्रकृति को बचाने की शपथ भी ली गई
प्रशिक्षण में वन मण्डल जयपुर एवं वन्य जीव मण्डल जयपुर क्षेत्र से 58 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें क्षेत्रीय वन कर्मी - रेंजर, फॉरेस्टर, फॉरेस्ट गार्ड एवं ग्राम वन सुरक्षा एवं प्रबंध समिति एवं इको डेवलपमेंट समिति के सदस्य शामिल रहे
जयपुर। राजस्थान वन विभाग एवं फ्रांस सरकार (ए.एफ.डी.) के सहयोग से संचालित राजस्थान वानिकी एवं जैव विविधता विकास परियोजना (आर.एफ.बी.डी.पी.) के अंतर्गत वन विभाग के सहयोग से एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन अरण्य भवन जयपुर में किया गया। प्रशिक्षण में वन मण्डल जयपुर एवं वन्य जीव मण्डल जयपुर क्षेत्र से 58 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिनमें क्षेत्रीय वन कर्मी - रेंजर, फॉरेस्टर, फॉरेस्ट गार्ड एवं ग्राम वन सुरक्षा एवं प्रबंध समिति एवं इको डेवलपमेंट समिति के सदस्य शामिल रहे।
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य इन समितियों के माध्यम से वनों के संरक्षण एवं विकास, ग्राम स्तरीय माइक्रो प्लानिंग एवं स्वयं सहायता समूहों (एस.एच.जी.) के माध्यम से आजीविका संवर्धन गतिविधियों के विकास पर प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करना था।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन वी. केतन कुमार, उपवन संरक्षक, ओ.पी. शर्मा, उपवन संरक्षक, वन्य जीव जयपुर एवं सुलोचना चौधरी सहायक वन संरक्षक, जयपुर के मार्गदर्शन में किया गया। उन्होंने इस प्रकार के प्रशिक्षण रेंज स्तर पर भी आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया
आर.एफ.बी.डी.पी. परियोजना के विषय विशेषज्ञ जॉय दास गुप्ता, धर्मेन्द्र गौतम एवं हेमंत दीक्षित ने प्रशिक्षण सत्रों का संचालन किया। वन सुरक्षा समितियों के सदस्यों एवं वन विभाग के कार्मिकों द्वारा पर्यावरण एवं जल संरक्षण तथा प्रकृति को बचाने की शपथ भी ली गई।
उल्लेखनीय है कि आर.एफ.बी.डी.पी. परियोजना के माध्यम से जयपुर सहित राजस्थान के 13 जिलों में चयनित 800 गांवो में वनसुरक्षा समितियों का गठन कर वानिकी एवं जैव विविधता विकास, मृदा एवं जल संरक्षण, आजीविका संवर्धन,लैंगिक समानता एवं पर्यावरण प्रबन्धन सम्बन्धी गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं।

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