बारूद के ढेर पर बैठे हैं 806 करोड़ लोग, 53 देशों के बीच या तो युद्ध है या युद्ध जैसे हालात : थाईलैंड-कंबोडिया युद्ध ने दुनिया में युद्धरत देशों की संख्या 53 की
शांति अब भूगोल नहीं, संघर्ष की राजनीति है
थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा संघर्ष के बाद ताजा युद्ध शुरू हो गया है और इसके साथ ही 2025 में सक्रिय युद्धरत देशों की संख्या 53 तक जा पहुंची है
जयपुर। दुनिया एक बार फिर युद्धों और रक्तपात के कुहासे में डूबती जा रही है। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच सीमा संघर्ष के बाद ताजा युद्ध शुरू हो गया है और इसके साथ ही 2025 में सक्रिय युद्धरत देशों की संख्या 53 तक जा पहुंची है। रूस-यूक्रेन से लेकर गाजा, सूडान, और अब दक्षिण एशिया तक-युद्ध, संघर्ष और विस्थापन का भयानक नक्शा बन चुका है। थाईलैंड-कंबोडिया की ताजा जंग ने बता दिया है कि दुनिया में कोई कोना अब अछूता नहीं। जब तक युद्ध राजनैतिक लाभ और भू-राजनीतिक रणनीति का औजार बना रहेगा, तब तक हथियार नहीं रुकेंगे और मौतें भी नहीं।
थाईलैंड-कंबोडिया युद्ध : दक्षिण एशिया में नई चिनगारी
सीमा विवाद, प्राचीन मंदिरों के स्वामित्व और बंटवारे के ऐतिहासिक तनाव ने थाईलैंड और कंबोडिया को नए युद्ध की आग में धकेल दिया है।
यह क्षेत्र पहले भी 2008-2011 के बीच युद्ध देख चुका है, लेकिन 2025 की यह लड़ाई ज्यादा संगठित और हिंसक बताई जा रही है।
दुनिया में सक्रिय युद्ध 2025
कुल सक्रिय युद्ध/संघर्ष 53
राज्य-आधारित युद्ध 34
गैर-राज्य संघर्ष 11
बाहरी हस्तक्षेप 8
92 देश किसी न किसी रूप में सीमा पार हिंसा में शामिल हैं।
क्या कहीं शांति भी है?
हाल के महीनों में कुछ देशों में प्रयास हुए हैं: हाल की शांति पहल
देश/क्षेत्र समझौता/तारीख स्थिति
रवांडा-ऊफ कांगो 27 जून, 2025 (अमेरिकी मध्यस्थता से) आंशिक सफलता
इजराइल-हमास युद्धविराम: 17 जनवरी, लागू: 19 जनवरी अस्थायी, बार-बार टूटता रहा
इथियोपिया-टिग्रे 2024 अंत में वार्ता लगातार तनाव
दुनिया में सबसे घातक संघर्ष (2024-25) रूस-यूक्रेन युद्ध, अब तक 3 लाख से अधिक हताहत
गाजा संकट पानी, भोजन, दवाइयों की आपूर्ति ठप, अकाल जैसे हालात
सूडान में कुपोषण 5 लाख बच्चे भूख से मरे
हैती में हिंसा 50,000+ लोग विस्थापित
युद्धों में मौत का गणित हर दिन हजारों लाशें
युद्ध सिर्फ कागजी सीमाएं नहीं मिटाते, वे इंसानों को भी मिटाते हैं।
अकेले 2024-25 में लाखों मौतें हो चुकी हैं।
चुनिंदा देशों में हताहत (2024-2025)
देश/क्षेत्र 2024 2025 घायल/लापता
मौतें (अब तक) (अनुमानित)
यूक्रेन 72,960 46,607 10 लाख+
फिलिस्तीन 29,772 - 2.6 लाख+
म्यांमार 19,771 8,052 1 लाख+
सूडान-द.सूडान - 12,676 14 लाख+ (कुल हताहत)
गाजा - - खाद्य-अकाल से हजारों मौतें
रूस-यूक्रेन युद्ध में हर सप्ताह 5,000 सैनिक मारे जा रहे हैं।
ये सिर्फ आंकड़े नहीं हैं, हर संख्या एक जिंदगी है
हर युद्ध में सिर्फ हथियार नहीं चलते,
बचपन उजड़ता है, परिवार टूटते हैं और इतिहास
में एक और काली स्याही गिरती है।
शरणार्थियों की संख्या: 2025 में 12 करोड़ से अधिक लोग विस्थापित
खाद्य संकट: यमन, सूडान, गाजा, सोमालिया में अकाल जैसे हालात
स्वास्थ्य ढांचा ढहा: गाजा और यूक्रेन में अस्पताल ध्वस्त

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