20 साल बाद प्रदेश के भरड़िया बने शतरंज के इंटरनेशनल मास्टर : शतरंज में राजस्थान का ‘यश’ गान
2005 में भीलवाड़ा के अभिजीत गुप्ता ने हासिल किया था आईएम नॉर्म
राजस्थान शतरंज एसोसिएशन और चेस पेरेंट्स एसोसिएशन राजस्थान के पदाधिकारियों ने आईएम बनने पर यश भरड़िया को बधाई दी।
जयपुर। गुलाबी नगर के अंतरराष्ट्रीय शतरंज खिलाड़ी यश भरड़िया चेस के इंटरनेशनल मास्टर बन गए हैं। जयपुर के 15 साल के यश भरड़िया ने सोमवार को ही सर्बिया के बेलग्राद में आयोजित इंटरनेशनल चेस टूर्नामेंट में अपना तीसरा और अंतिम इंटरनेशनल मास्टर (आईएम) नॉर्म हासिल किया। राजस्थान चेस एसोसिएशन के सचिव अशोक भार्गव ने मंगलवार को यह जानकारी मीडिया को दी। यश ने पहला इंटरनेशनल मास्टर नॉर्म पिछले साल ही हासिल कर लिया था। उन्हें दूसरा आईएम नॉर्म इसी साल आर्मेनिया में आयोजित टूर्नामेंट में मिला। और अब तीसरे और अंतिम आईएम नॉर्म के साथ उन्हें आईएम टाइटल की औपचारिकता पूरी कर ली।
राजस्थान का 20 साल का सूखा खत्म
यश भरड़िया यह उपलब्धि हासिल करने वाले अभिजीत गुप्ता के बाद राजस्थान के पहले खिलाड़ी बन गए हैं। यश के आईएम बनने से राजस्थान की शतरंज में चला आ रहा 20 साल का सूखा खत्म हो गया। 2005 में भीलवाड़ा के अभिजीत गुप्ता राजस्थान से इंटरनेशनल मास्टर बने थे। इसके बाद अभिजीत 2008 में ग्रैंडमास्टर बने। इतना ही नहीं उन्होंने 5 बार कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप भी जीती। अब अभिजीत के बाद यश राजस्थान से दूसरे आईएम बने हैं।
कोई स्पॉन्सर नहीं, पिता ही करते हैं मदद
राजस्थान शतरंज एसोसिएशन और चेस पेरेंट्स एसोसिएशन राजस्थान के पदाधिकारियों ने आईएम बनने पर यश भरड़िया को बधाई दी। बड़ी बात यह है कि यश के पास आज तक कोई स्पांसर नहीं है। उसके पिता ललित भरड़िया और मां वंदना ही बेटे के खेल को सपोर्ट करते रहे हैं।
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