मॉनसून की आहट से प्रशासन हुआ मुस्तैद, सभी तैयारियां पूर्ण
जेडीए ने बनाए बाढ़ नियंत्रण कक्ष
जेडीए ने बाढ़ नियंत्रण से जुड़ी शिकायतों के निस्तारण के लिए हेल्पलाइन नंबर 8005631231 भी जारी किया है।
जयपुर। मानसून के दौरान शहर आकस्मिक आपदा से निपटने एवं आमजन को समय पर राहत प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद हो गया है। जिला आपदा अधिकारी अमित शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से दो नाव भी तैयार कराई गई है जिससे जिले में कहीं भी जल भराव से होने वाले स्थिति से तत्काल राहत पहुंचाई जा सके। शर्मा ने बताया कि शहर में सात बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनाने के साथ ही बनीपार्क में केन्द्रियकृत बाढ़ नियंत्रण कक्ष बनाया गया है। यह नियंत्रण कक्ष 30 सितंबर तक कार्यरत रहेंगे। इन नियंत्रण कक्षों पर 24 घंटे के लिए आठ-आठ घंटे के लिए तीन पारियों में अधिकारी कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। जिले में किसी भी आपदा से निपटने एवं नियंत्रण कक्षों के अतिरिक्त जिला कलक्टर दक्षिण को समग्र प्रभारी बनाया गया है।
जेडीए ने बनाए बाढ़ नियंत्रण कक्ष
जेडीए ने भी इस वर्ष आठ उप बाढ़ नियंत्रण केन्द्र स्थापित किए हैं। ये केन्द्र स्वेज फार्म कम्युनिटी सेंटर जोन 5, वैशाली नगर कम्युनिटी सेंटर जोन 7, दांतली जोन 9 और विद्याधरनगर सेक्टर 4 में निर्मित सामुदायिक केन्द्रों में स्थापित होंगे। अधिशाषी अभियन्ता जोन 2, सामुदायिक केन्द्र सायपुरा, अधिशाषी अभियन्ता जोन 8, सामुदायिक केन्द्र पालड़ी मीणा, अधिशाषी अभियन्ता जोन 10 मुहाना मण्डी, अधिशाषी अभियन्ता जोन 11 एवं हाथोज जेडीए स्कीम, अधिशाषी अभियन्ता जोन 12 सहित आठ स्थानों पर स्थापित किए गए है। जेडीए ने बाढ़ नियंत्रण से जुड़ी शिकायतों के निस्तारण के लिए हेल्पलाइन नंबर 8005631231 भी जारी किया है।
मिलेगी समय पर राहत
शर्मा ने बताया कि अविृष्टि की स्थिति से निपटने के लिए इंसिडेंट कमांडर, सिविल डिफेंस के 21 वॉलेन्टियर भी लगाए गए है। इसके साथ ही लेबर आपूर्ति, 35 एचपी ट्रैक्टर मय ब्लेड, 35 एचपी ट्रैक्टर मय ट्रॉली, 5 एचपी डीजल पंप, 20 और 50 एचपी मड पंप, सीमेंट के खाली बैग, मिट्टी भरने का कार्य, हाइड्रोलिक पोकलेन मय पेट्रोल और ड्राइवर, जेसीबी, डंपर, एक पिकअप और एक जीप शामिल हैं।

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