इंटरव्यू : दिल से दिल तक पहुंचने वाली फिल्म हैं वनवास ; अनिल शर्मा
आज की स्थिति को दर्शाती इस फिल्म का विचार
फिल्म वनवास का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर जी सिनेमा पर 8 मार्च को होने जा रहा है।
जयपुर। सुपरहिट फिल्मों के निर्देशक अनिल शर्मा एक बार फिर दर्शकों के लिए एक भावनात्मक और पारिवारिक फिल्म वनवास लेकर आए हैं। उनकी फिल्म वनवास का वर्ल्ड टेलीविजन प्रीमियर जी सिनेमा पर 8 मार्च को होने जा रहा है। इस खास मौके पर उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश यहां पेश हैं।
आज की स्थिति को दर्शाती इस फिल्म का विचार आपको कैसे आया?
जब गदर 2 सुपरहिट हुई, तो मेरे मन में एक विचार आया, दर्शकों को एक ऐसी फिल्म देने का समय आ गया है, जो न केवल पारिवारिक हो, बल्कि मौजूदा सामाजिक स्थिति को भी दर्शाए। आज हर घर में किसी न किसी रूप में वनवास देखने को मिलता है। हमारे बुजुर्ग भी एक वनवासी की तरह जीवन जीने को मजबूर है। इसी सोच के साथ हमने वनवास बनाने का निर्णय लिया। हालांकि, यह दौर एक्शन फिल्मों का है, लेकिन हमने कुछ नया करने की कोशिश की और एक संवेदनशील विषय पर प्रयोग किया।
वनवास जब आपने बनाई तो उसके पीछे क्या उम्मीद थी?
वनवास एक ऐसी ही फिल्म है, जो सभी उम्र के लोगों को जोड़ने का काम करेगी। इसी सोच के साथ हमने इसे पहले टीवी पर प्रसारित करने का निर्णय लिया, न कि सीधे ओटीटी पर। ओटीटी पर अक्सर लोग अकेले फिल्में देखते हैं, लेकिन आज भी छोटे शहरों और गांवों में परिवार एक साथ बैठकर टीवी देखता है।
नाना पाटेकर और उत्कर्ष की जोड़ी बनाने के पीछे क्या रही खास वजह?
नाना पाटेकर और उत्कर्ष की जोड़ी इस फिल्म की सबसे बड़ी खासियतों में से एक है। खासकर फिल्म के आखिरी दृश्य इतने सहज और प्राकृतिक है कि वे सीधे दिल को छू जाते है। नाना पाटेकर जैसे अनुभवी अभिनेता के साथ काम करना अपने आप में एक अविस्मरणीय अनुभव रहा। उनकी अभिनय शैली इतनी प्रभावशाली है कि हर सीन में एक गहरी सच्चाई और भावनात्मक गहराई नजर आती है।
आप नए कलाकारों को क्या संदेश देना चाहेंगे?
मैं नए लोगों से यही कहना चाहूंगा कि सबसे पहले अपनी काबिलियत को पहचाने और उसी दिशा में आगे बढ़े। जब आप अपनी क्षमता और रुचि के अनुसार सही राह चुनेंगे, तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी। गलत दिशा में बढ़ने से केवल समय और ऊर्जा की बर्बादी होती है।
आपके नए प्रोजेक्ट कौन कौन से है?
अनिल शर्मा ने कहा कि मैं नए प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहा हूं। अभी मैंने एक छोटा-सा ब्रेक लिया है। आने वाले समय में आपको कुछ बेहतरीन प्रोजेक्ट्स देखने को मिलेंगे। खाली समय में मैं नए विषयों पर काम करता हूं, किताबें पढ़ता हूं और अच्छी फिल्में देखता हूं। यह न सिर्फ मेरे विचारों को समृद्ध करता है, बल्कि नए प्रोजेक्ट्स के लिए ताजगी और नई दृष्टि भी देता है। -दानिश राही

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