पाली पहुंचते ही सवालों घिर गए मंत्री कुमावत : जनता ने किए तीखे सवाल, जूली ने कहा– लोकतंत्र में विरोध का अधिकार जनता का मौलिक हक़
सवालों से तिलमिलाए मंत्री, सरकार ले संज्ञान: जूली
पाली की गुरलाई गांव में उदघाटन के दौरान मंत्री जोराराम कुमावत और जनता के बीच हुई घटना पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर निशाना साधा है
जयपुर। पाली की गुरलाई गांव में उदघाटन के दौरान मंत्री जोराराम कुमावत और जनता के बीच हुई घटना पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सरकार पर निशाना साधा है। जूली ने सोशल मीडिया पर अपनी बात रखते हुए कहा है कि गुरलाई, पाली में जब मंत्री जोराराम कुमावत का जनता ने सवालों की बौछार से स्वागत किया, तो मंत्री को बिना उद्घाटन किए, बिना फीता काटे और बिना तस्वीर खिंचवाए चुपचाप वापस क्या भेज दिया, मंत्री तो नाराज़ हो गए और नाराज़गी में अब अपने पद की ताकत दिखा रहे हैं। आज गुरलाई के ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है, उनके बिजली और पानी के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। यह लोकतंत्र नहीं, तानाशाही है। यह सत्ता का दुरुपयोग है और जनता पर खुला अत्याचार है। मंत्री शायद भूल रहे हैं, कि इसी देवतुल्य जनता ने उन्हें वोट देकर सत्ता में पहुँचाया है। वैसे अगर उन्होंने जनता के काम किए होते, तो शायद आज यह दिन ना देखने पड़ते।
मुख्यमंत्री से आग्रह है कि मामले में त्वरित संज्ञान लें और इस तानाशाही कार्यवाही पर तत्काल रोक लगाएं। लोकतंत्र में विरोध का अधिकार जनता का मौलिक हक़ है, उसे कुचला नहीं जा सकता। मंत्री को 17 माह के ‘विकास’ का हिसाब दिया जनता ने सच का आईना दिखाया। कुमावत पंचायत भवन का उद्घाटन करने पहुँचे, तो स्वागत तालियों से नहीं, बल्कि सवालों की बौछार से हुआ। जनता ने कहा कि मंत्री ना झूठा शिलान्यास चाहिए, ना झूठा भाषण l आपने 17 माह में क्या किया यह आप खुद देख लीजिए, गांव में सड़कों पर कीचड़ जमा है और विकास के काम भी नहीं हुए हैं। जूली ने कहा कि मंत्री बिना फीता काटे, बिना तस्वीर खिंचवाए, चुपचाप लौट आएं।

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